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हिन्दुत्व के कारण भारत एकजुट है-डा. मुरली मनोहर जोशी, पूर्व केन्द्रीय मंत्री”विश्व के सभी देश आज अपनी पहचान के संकट से जूझ रहे हैं। सभी देश अपने मूल की चिंता में व्यस्त हैं। किन्तु भारत अपनी पुरातन पहचान को बनाए रखकर निरन्तर आगे बढ़ रहा है। भारतीय राष्ट्रीयता की आत्मा हिन्दुत्व में है और वह “वसुधैव कुटुम्बकम्” की अपनी सोच के आधार पर युगों-युगों से विविधताओं का पोषण कर रही है। इसी कारण भारतीय राष्ट्रीयता अपनी एकता बनाए रखने में सक्षम है।” उक्त उद्गार पूर्व केन्द्रीय मंत्री डा. मुरली मनोहर जोशी ने व्यक्त किए। डा. जोशी मेरठ के देवनागरी डिग्री कालेज के सभागार में विश्व संवाद केन्द्र द्वारा गत 17 अगस्त को आयोजित संगोष्ठी को सम्बोधित कर रहे थे। संगोष्ठी का आयोजन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख रहे स्व. अधीश कुमार के जन्मदिवस पर आयोजित किया गया था।डा. जोशी ने कहा कि पश्चिम के अधिकांश राष्ट्र आर्थिक आधार पर निर्मित हुए हैं। चूंकि वह व्यवस्था मानव निर्मित है इसलिए यह नष्ट हो सकती है। लेकिन भारत सनातन है, और सदा रहेगा। यह प्रकृति द्वारा निर्मित है, इसलिए यह नष्ट नहीं हो सकता। सांस्कृतिक राष्ट्रवाद पर अपने विचार व्यक्त करते हुए डा. जोशी ने कहा कि भारतीय भूखण्ड में पाकिस्तान का निर्माण हिन्दुत्व की चेतना के कमजोर होने के कारण हुआ था।डा. जोशी ने दो राष्ट्रवादी पत्रकारों- सत्यप्रकाश अग्रवाल एवं श्री श्रीराम गोपाल को भी इस अवसर पर सम्मानित किया। डा. जोशी ने स्व. अधीश कुमार के व्यक्तित्व और कृतित्व को प्रस्तुत करने वाली प्रथम पुस्तिका अमृताक्षर का लोकार्पण भी किया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के उत्तर क्षेत्र प्रचारक श्री दिनेश कुमार ने स्व. अधीश कुमार के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला। समारोह की अध्यक्षता शोभित विश्वविद्यालय के उप कुलपति कुंवर शेखर विजेन्द्र ने की। धन्यवाद ज्ञापित किया विश्व संवाद केन्द्र न्यास के अध्यक्ष श्री आनन्द प्रकाश अग्रवाल ने। समारोह में रा.स्व.संघ के प्रांत संघचालक श्री सूर्य प्रकाश टोंक सहित बड़ी संख्या में गण्यमान्यजन उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन विश्व संवाद केन्द्र न्यास के सचिव श्री श्याम बिहारी ने किया। वि.सं.के., मेरठ12
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