लद्दाख स्वायत्तशासी पर्वतीय विकास परिषद् के उपचुनाव के दौरान
July 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

लद्दाख स्वायत्तशासी पर्वतीय विकास परिषद् के उपचुनाव के दौरान

by
Oct 6, 2007, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 06 Oct 2007 00:00:00

किसके इशारे पर सताए गए यू.टी. फ्रंट के कार्यकर्ता?लेह से लोकसभा सांसद श्री थुप्स्तान छेवांग ने लेह (लद्दाख) के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पर आरोप लगाते हुए कहा है कि वे कांग्रेस के कथित इशारे पर यू.टी. फ्रंट के कार्यकर्ताओं को यातनाएं दे रहे हैं। पुलिस ने 26 मई को लद्दाख स्वायत्तशासी पर्वतीय विकास परिषद् के लोअर लेह चुनाव क्षेत्र के उपचुनाव से पूर्व लेह शहर में भयंकर आतंक मचा रखा था और फर्जी आरोप लगातार यू.टी.फ्रंट के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया था। श्री छेवांग ने आरोप लगाया है कि पुलिस का यह पूर्वाग्रही रवैया कांग्रेस को चुनावी लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से दर्शाया गया।19 मई को श्री छेवांग ने लद्दाख स्वायत्तशासी पर्वतीय विकास परिषद् के चुनाव अधिकारी को पत्र लिखकर अपनी शिकायत आधिकारिक तौर पर दर्ज कराई। इस पत्र में श्री छेवांग ने साफ लिखा कि लेह के कुछ व्यापारियों को गिरफ्तार करके यातनाएं दी गईं और उनसे कोरे कागजों पर हस्ताक्षर कराए गए। इन्हीं का दुरुपयोग करके पुलिस ने यू.टी.फ्रंट के सक्रिय कार्यकर्ताओं पर फर्जी गंभीर आपराधिक मामले दर्ज कर दिए। यह पूरा ब्यौरा खुद पुलिस द्वारा सताए गए व्यापारियों ने ही दिया था। पुलिस के इस स्वेच्छाचारी रवैए के विरोध में 19 मई को लेह में बंद आयोजित किया गया था। उनका आरोप था कि लेह के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आलोक कुमार और लेह पुलिस थाने के थाना प्रभारी सूरज सिंह के नेतृत्व में जिला पुलिस ने उन्हें यातनाएं दीं।श्री छेवांग का कहना है कि ऐसा इसलिए किया गया ताकि यू.टी.फ्रंट के वरिष्ठ कार्यकर्ता उपचुनाव में सक्रिय न हो सकें और कांग्रेस को इसका लाभ मिले। लेह के लोग पिछले काफी समय से पुलिस प्रशासन पर पैसा वसूली और भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाते रहे थे। यही कारण था कि लोकसभा में लेह का प्रतिनिधित्व कर रहे श्री छेवांग ने उक्त दोनों पुलिस अधिकारियों को वहां से हटाने की मांग भी की। 20 मई को लेह में विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया। श्री थुप्स्तान छेवांग ने प्रदर्शनकारियों की रैली को संबोधित किया। बाद में लेह के जिला आयुक्त और अतिरिक्त जिला आयुक्त के नाम ज्ञापन सौंपे गए।इस संवेदनशील सीमा क्षेत्र में शांति-व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन को तुरंत उचित कदम उठाने ही होंगे। श्री छेवांग ने अपने उक्त पत्र की प्रतिलिपि जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव सी. फुंसोक, पुलिस महानिदेशक गोपाल शर्मा, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव और राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी को भी भेजी है। इन पंक्तियों के लिखे जाने तक पता चला है कि लोअर लेह क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार सोनम दोर्जे ने यू.टी.फ्रंट के उम्मीदवार फुंसोक वांग्दान को 2027 मतों से हरा दिया। यानी श्री छेवांग ने जो आशंका जताई थी वह सही साबित हुई, क्योंकि यह चुनाव क्षेत्र यू.टी. फ्रंट का गढ़ माना जाता है और खुद श्री छेवांग पहले परिषद् के लिए यहां से चुने गए थे। प्रतिनिधि10

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

लोन वर्राटू से लाल दहशत खत्म : अब तक 1005 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

यत्र -तत्र- सर्वत्र राम

NIA filed chargesheet PFI Sajjad

कट्टरपंथ फैलाने वालों 3 आतंकी सहयोगियों को NIA ने किया गिरफ्तार

उत्तराखंड : BKTC ने 2025-26 के लिए 1 अरब 27 करोड़ का बजट पास

लालू प्रसाद यादव

चारा घोटाला: लालू यादव को झारखंड हाईकोर्ट से बड़ा झटका, सजा बढ़ाने की सीबीआई याचिका स्वीकार

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

लोन वर्राटू से लाल दहशत खत्म : अब तक 1005 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

यत्र -तत्र- सर्वत्र राम

NIA filed chargesheet PFI Sajjad

कट्टरपंथ फैलाने वालों 3 आतंकी सहयोगियों को NIA ने किया गिरफ्तार

उत्तराखंड : BKTC ने 2025-26 के लिए 1 अरब 27 करोड़ का बजट पास

लालू प्रसाद यादव

चारा घोटाला: लालू यादव को झारखंड हाईकोर्ट से बड़ा झटका, सजा बढ़ाने की सीबीआई याचिका स्वीकार

कन्वर्जन कराकर इस्लामिक संगठनों में पैठ बना रहा था ‘मौलाना छांगुर’

­जमालुद्दीन ऊर्फ मौलाना छांगुर जैसी ‘जिहादी’ मानसिकता राष्ट्र के लिए खतरनाक

“एक आंदोलन जो छात्र नहीं, राष्ट्र निर्माण करता है”

‘उदयपुर फाइल्स’ पर रोक से सुप्रीम कोर्ट का इंकार, हाईकोर्ट ने दिया ‘स्पेशल स्क्रीनिंग’ का आदेश

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies