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नहीं चाहिए सेज-मुरलीधर रावराष्ट्रीय संयोजक, स्वदेशी जागरण मंच”केन्द्र सरकार की आर्थिक नीतियां देश के लिए घातक हैं। भारत की आर्थिक स्थिति दिनोंदिन बिगड़ती जा रही है। सकल घरेलू उत्पाद में बढ़ोत्तरी केवल एक छलावा है। विकास कुछ लोगों तक सिमटता जा रहा है और अधिकांश लोग गरीब हो रहे हैं। सबसे दु:खद स्थिति किसानों की है, जो आत्महत्या करने को विवश हैं।” यह कहना है स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय संयोजक श्री मुरलीधर राव का। वे गत 17 जून को पटना में स्वदेशी जागरण मंच की दो दिवसीय राष्ट्रीय परिषद् की बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। श्री राव ने कहा कि खुदरा व्यापारियों पर भी संकट आना प्रारंभ हो गया है। स्वदेशी जागरण मंच इस परिस्थिति का विरोध करेगा। इसके तहत मंच के तत्वावधान में 15 सितम्बर से 15 अक्तूबर तक “सेज भूमि रक्षा परिक्रमा” होगी। इसमें उस जमीन की परिक्रमा होगी जो सेज के नाम पर अधिग्रहीत की जा रही है। इसके अलावा किसानों के हितों की रक्षा के लिए “चलो यवतमाल” के अन्तर्गत राष्ट्रीय स्तर पर किसान पंचायत 27 व 28 अक्तूबर को महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में आयोजित होगी। ज्ञात हो कि विदर्भ में किसानों ने सर्वाधिक आत्महत्या की है। इस पंचायत में देश के सभी किसान प्रतिनिधियों एवं किसान संगठनों को बुलाया जाएगा। इसके अलावा खुदरा व्यापार में बड़े औद्योगिक घरानों के आने के खिलाफ दिल्ली में संभवत: नवम्बर में एक सम्मेलन होगा। दिसम्बर 6 से 9 तक मंच का अखिल भारतीय राष्ट्रीय सम्मेलन इंदौर में होगा, जिसमें आगे की रणनीति बनाई जाएगी।दो दिवसीय इस बैठक में विभिन्न प्रान्तों से 85 प्रतिनिधि आये थे। बैठक में वर्तमान सरकार की आर्थिक नीतियों की समीक्षा हुई। बैठक का प्रमुख विषय कृषि और किसान था। बैठक में यह बात भी उभर कर आयी कि जब तक कृषि और किसानों के सम्बंध में सरकार की सोच में परिवर्तन नहीं आता तब तक उनकी स्थिति नहीं सुधरेगी।बैठक में इस विषय पर भी चर्चा हुई कि देश में राजनीतिक विकल्पहीनता की स्थिति को देखते हुए स्वदेशी जागरण मंच स्वदेशी के मुद्दे पर एक साझा राष्ट्रीय मंच का गठन करेगा, जो आजादी के पूर्व की कांग्रेस जैसा कार्य करेगा। इस आशय की जानकारी मंच के राष्ट्रीय संचालक श्री अरुण ओझा ने दी। बैठक में प्रसिद्ध चिन्तक श्री गोविन्दाचार्य, श्री महेश चंद्र शर्मा, डा. अश्विनी महाजन, श्री धनपत अग्रवाल, श्री कुमार स्वामी, श्री लालजी भाई पटेल प्रमुख रूप से उपस्थित थे। संजीव कुमार31
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