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सिंधु दर्शन उत्सव की तैयारियां शुरूराष्ट्रीय गौरव का प्रतीक सिंधु दर्शन उत्सव इस वर्ष 24-26 जून तक लेह (लद्दाख) में सम्पन्न होगा। उल्लेखनीय है कि यह उत्सव 1997 में केवल 65 श्रद्धालुओं की उपस्थिति में शरू हुआ था। बाद के वर्षों में यह संख्या बढ़ती गई और अब तो पूरे देश से सैकड़ों यात्री इस उत्सव में भाग लेते हैं। 2003 तक यह उत्सव बड़ी धूमधाम से संपन्न होता था। 2004 में संप्रग सरकार बनने के बाद हिंदुत्व विरोधी रवैये के कारण उसने इस उत्सव को केवल औपचारिक रूप में मनाया। 2005 में पर सिर्फ खानापूर्ति की गई । सरकार के इस रवैये को देखकर भारतीय सिन्धु महासभा, धर्म यात्रा महासंघ और हिमालय परिवार द्वारा गठित “सिंध व सिंधु दर्शन यात्रा समिति” ने 21 जून, 2005 को अपने स्तर पर यह उत्सव आयोजित किया था। इसमें बड़ी संख्या में यात्री शामिल हुए। अब इस समिति ने प्रतिवर्ष सिंधु दर्शन उत्सव आयोजित करने का निर्णय लिया है। इस समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष कोरबा (छत्तीसगढ़) के श्री मुरलीधर माखीजा है। सिंधु दर्शन उत्सव के लिए यात्री सड़क और वायु मार्ग से भी लेह पहुंच सकते हैं। सड़क मार्ग से यात्रा करने पर प्रति यात्री लगभग 18,000 रुपये का खर्च है। सड़क मार्ग से जाने वाले यात्री 31 मई तक और वायु मार्ग से जाने वाले 20 मई तक अपना पूरा विवरण एवं यात्रा किराए का ड्राफ्ट नीचे दिए पते पर भेज कर अपना स्थान आरक्षित करा सकते हैं। ड्राफ्ट भारतीय सिंधु सभा, दिल्ली के नाम से देय हो। राशि का भुगतान नगद भी किया जा सकता है। यात्री एक तरफ से बस और दूसरी तरफ से हवाई जहाज से भी यात्रा कर सकते हैं। इस विशेष “पैकेज” का मूल्य 14,000 रूपये रखा गया है। अब तक हुए सिंधु दर्शन उत्सवों में देश के अनेक गण्यमान्य राजनेताओं, धर्मगुरुओं, कलाकारों, शिक्षाविदों ने भाग लेकर उनकी शोभा बढ़ाई है। उत्सव के दौरान सिंधु नदी की पूजा-अर्चना की जाती है, सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं, राष्ट्रीय हित से जुड़े विषयों पर गोष्ठियां आयोजित होती हैं, और वहां के प्रमुख तीर्थस्थलों के दर्शन कराए जाते हैं।सम्पर्क सूत्र:1. श्री मांगेराम गर्ग, राष्ट्रीय अध्यक्षधर्मयात्रा महासंघ, 5070/1, संत नगरदेशबंधु गुप्ता मार्ग, करोल बाग, नई दिल्ली 110005दूरभाष-011-25713934, फैक्स :257340192.श्री हेमनदास मोटवाणीभारतीय सिंधु सभा, 24सी/यू.ए.जवाहर नगर दिल्ली -110007दूरभाष- 011 55148608, 0989181605841
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