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ब्रिटेन में रहने वाले फौजा सिंह 93 वर्ष के हो चुके हैं। सिखों के अंतिम गुरु गोविन्द सिंह के दो पुत्रों के बलिदान की 300वीं बरसी पर वे गत वर्ष दिसम्बर में भारत आए थे और उस अवसर पर आयोजित चमकौर साहिब से फतेहगढ़ तक 41.6 कि.मी. की मैराथन दौड़ में हिस्सा लिया था। पूर्णत: शाकाहारी फौजा सिंह प्रतिदिन 7 से 10 मील तेज कदमों से चलते या दौड़ते हैं। उनकी इच्छा है कि वे 98 वर्ष के वृद्धों के लिए आयोजित होने वाले मैराथन में भविष्य में अवश्य हिस्सा लें। फौजा सिंह ने लंदन में 89 वर्ष की उम्र में वृद्धों की मैराथन में कुछ वर्ष पूर्व जीत हासिल की थी। वाकई अद्भुत हैं फौजा सिंह।NEWS
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