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पाकिस्तानी सिंध मूल के 593 शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता
सन् 1965 और 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के फलस्वरूप हजारों सिंधी बंधुओं को विस्थापित के रूप में भारत में शरण लेनी पड़ी थी। गुजरात में बड़ी संख्या में रह रहे ऐसे सिंधी तब से भारत की स्थायी नागरिकता प्राप्त करने के लिए दिल्ली की ओर आस लगाए बैठे थे। हाल ही में भारत सरकार ने अपने एक अध्यादेश द्वारा गुजरात व राजस्थान सरकारों को विशेष अधिकार प्रदान किए, जिससे कि उन सिंधी परिवारों को जिलाधिकारी व राज्य गृह विभाग द्वारा समुचित रीति से भारतीय नागरिकता प्रदान की जा सके। इस अध्यादेश से इन विस्थापितों में आशा की नई किरण जगी है। अमदाबाद में इस प्रकार की नागरिकता प्राप्त करने के इच्छुक, 1,148 व्यक्तियों के प्रार्थना पत्र प्रशासन को प्राप्त हुए, जिनमें से अब तक 593 लोगों को भारतीय नागरिकता प्रदान की जा चुकी है। पिछले दिनों सरदार नगर में आयोजित एक कार्यक्रम में ऐसे 300 व्यक्तियों को एक साथ भारतीय नागरिकता के प्रमाण पत्र प्रदान किये गये।
(वि.सं.के., अमदाबाद)
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