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एक नया अंदाज, नया जोशअल्पसंख्यक विकास सम्मेलन में बाएं से डा. हर्षवर्धन, श्री जसवंत सिंह,श्री अटल बिहारी वाजपेयी श्री वेंकैया नायडू एवं सैयद शाहनवाज हुसैन और चाहे जो हो, पर 25 फरवरी को नई दिल्ली में भाजपा का अल्पसंख्यक विकास सम्मेलन अब तक पार्टी से दूर-दूर ही रहे मुस्लिम वर्ग की भाजपा से बढ़ती नजदीकियों का एक सुखद अहसास करा गया। भाजपा के लोकप्रिय मुस्लिम नेताओं, केन्द्रीय मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन, महासचिव मुख्तार अब्बास नकवी और हाल ही में शामिल हुए पूर्व मंत्री आरिफ मोहम्मद खान के प्रयासों का ही परिणाम था कि तालकटोरा स्टेडियम में एक से दूसरे सिरे तक मुस्लिम प्रतिनिधियों की बड़ी संख्या मौजूद थी। बड़ी संख्या में बुर्का पहने मुस्लिम महिलाएं भी शामिल हुईं। मंच पर प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, केन्द्रीय वित्त मंत्री जसवंत सिंह, भाजपा अध्यक्ष वेंकैया नायडू के अलावा उपरोक्त तीनमुस्लिम नेताओं की मौजूदगी दूर-दूर से आए मुसलमानों में पार्टी को नजदीक से जानने की ललक पैदा कर रही थी।प्रधानमंत्री वाजपेयी ने जब पारंपरिक हरी पगड़ी पहनकर मुस्लिम प्रतिनिधियों को भाजपा को कसौटी पर कसकर परखने का आह्वान किया तो तालियों की गड़गड़ाहट ने हामी भरा जवाब दिया। श्री वाजपेयी ने अपने चुटीले अंदाज में कहा कि कांग्रेस मुसलमानों का भयादोहन करके उनके वोट बटोरती रही है। हिन्दू और मुस्लिम के बीच मतभेद हो सकते हैं, जिन्हें बातचीत से हल किया जा सकता है। भाजपा को फिरकापरस्त पार्टी कहने वाले बताएं कि ऐसा कहने के पीछे आधार क्या है?विकास की राह पर चल रहे देश में एक वर्ग विशेष की भागीदारी न हो तो कैसे चलेगा? इसी को रेखांकित करते हुए श्री वाजपेयी ने आह्वान किया कि एक अभिनव भारत के निर्माण, गरीबी-बेरोजगारी मिटाकर विकास और अमन के लिए मुसलमान चुनाव में भाजपा को समर्थन दें।बदल तो रहा ही है सब कुछ। पहले भाजपा अल्पसंख्यक सम्मेलन आयोजित करती थी, पर ऐसी भीड़ नहीं जुटती थी। लेकिन इस बार भीड़ भी जुटी और गर्मजोशी भी दिखी। यह तो सोलह आने सच है कि सेकुलर राग अलापने वाली कांग्रेस ने 50 वर्ष के अपने शासन में मुस्लिम समाज के उत्थान के लिए उतना नहीं किया, जितना बीते 5 सालों में भाजपानीत सरकार ने कर दिखाया है। अल्पसंख्यक वित्त निगम का नियमन, हज में आर्थिक छूट बढ़ाना आदि कुछ ऐसे प्रयास हैं जो पूर्वाग्रहों को तज देने वाले मुसमलानों को आकर्षित करेंगे ही। लेकिन इन प्रयासों का क्या असर होगा यह आने वाला वक्त बताएगा। प्रतिनिधि19
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