बांग्लादेश की राजधानी ढाका में 26 जनवरी 2015 को एक जबरदस्त आतंकी हमला हुआ था जिसमें जिहादियों ने बांग्लादेश मूल के अमेरिकी नागरिक 42 साल के अविजीत रॉय की हत्या कर दी थी। रॉय उस वक्त ढाका विश्वविद्यालय में लगे एक पुस्तक मेले से बाहर निकल रहे थे तभी इस्लामिक आतंकियों ने उन्हें जान से मार दिया था। इस हमले में रॉय की पत्नी रफीदा बोन्या गंभीर रूप से जख्मी हुई थीं।
- 26 जनवरी 2015 को राजधानी ढाका में एक जबरदस्त आतंकी हमला हुआ
- 42 साल के अविजीत रॉय की हत्या बांग्लादेश मूल के अमेरिकी नागरिक
- 50 लाख डॉलर के ईनाम की घोषणा अमेरिका के विदेश विभाग ने की है
अमेरिका ने इसी आतंकी हमले का सुराग देने वाले के लिए 50 लाख डॉलर के ईनाम की घोषणा की है।इस ईनाम की घोषणा अमेरिका के विदेश विभाग ने की है। बांग्लादेश में जन्मे रॉय मजहबी उन्मादियों और इस्लामिक जिहादियों के मुखर विरोधी माने जाते थे और अपने ब्लॉग के जरिए उनकी कारस्तानियों को उजागर करते रहते थे। उनके इस रवैए से इस्लामी जिहादी काफी नाराज थे और कई बार उनको मुंह बंद रखने की धामकी दे चुके थे। लेकिन 26 फरवरी 2015 को जब वे ढाका विश्वविद्यालय में लगे एक पुस्तक मेले से बाहर निकल रहे थे तभी हथियारबंद इस्लामिक आतंकियों ने उन्हें घेर लिया और तेज धार हथियार से उन पर इतने वार किए कि मौके पर ही उनकी मौत हो गई। उनके साथ उस वक्त उनकी पत्नी रफीदा भी थीं जो इस हमले में गंभीर रूप से घायल हुई थीं।
अमेरिकी विदेश विभाग के अंतर्गत कूटनीतिक सुरक्षा सेवा ने अपने 'न्याय के लिए ईनाम' कार्यालय के जरिए, ढाका में हुए उस जिहादी हमले के सुराग देने वाले को ईनाम देने की घोषणा की है। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने भी रॉय की हत्या तथा उनकी पत्नी रफीदा पर किए गए उस आतंकी हमले में शामिल आतंकियों की किसी भी देश में गिरफ्तारी या उनकी किसी भी तरह की कोई सूचना देने वाले को 50 लाख डॉलर देने की घोषणा की है। अमेरिका के इस कदम से साफ है कि वह उस हमले को भूला नहीं है और उन जिहादियों को सबक सिखाना चाहता है जिन्होंने वह आतंकी कार्रवाई की थी।
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