गो-वध और कन्वर्जन विरोधी कानून के बाद अब कर्नाटक सरकार लव जिहाद के खिलाफ कानून लाने की तैयारी में है। राज्य के संस्कृति मंत्री वी. सुनील कुमार ने विधासभा में यह बात कही। फिलहाल, राज्य सरकार विधानसभा के शीतकालीन सत्र में कन्वर्जन विरोधी कानून लाने वाली है। अभी कानून विभाग इसकी समीक्षा कर रहा है। इसके बाद राज्य मंत्रिमंडल की मंजूरी के बाद इसे विधानसभा में पेश किया जाएगा। ईसाई समुदाय इसका विरोध कर रहा है।
बेलगावी में सोमवार से शुरू विधानसभा के शीतकालीन सत्र में राज्य के संस्कृति मंत्री ने कहा, "हमने कहा था कि भाजपा सरकार गोहत्या और कन्वर्जन के खिलाफ कानून लाएगी। हम इसके लिए प्रतिबद्ध हैं। अब मैं एक कदम आगे बढ़कर कहूंगा कि आने वाले दिनों में हम लव जिहाद के खिलाफ कानून लाएंगे।" बता दें कि राज्य में बसवराज बोम्मई की अगुवाई वाली भाजपा सरकार शीतकालीन सत्र में कन्वर्जन विरोधी विधेयक पेश करने की तैयारी में हैं। इस प्रस्तावित विधेयक के खिलाफ कुछ ईसाई संगठनों ने 17 दिसंबर को उत्तरी कर्नाटक के बेलगावी में विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मोई पहले ही कह चुके हैं कि किसी भी नए कानून पर राय ली जाएगी, लेकिन जनहित में फैसला लेते हुए सरकार इसे लागू करेगी। उन्होंने स्पष्ट किया था कि पांथिक समुदाय के लोगों को प्रस्तावित कानून से घबराने की जरूरत नहीं है। हिंदू, ईसाई, मुस्लिम और सिख संविधान द्वारा मान्यता प्राप्त धर्म-पंथ हैं और लोगों को प्रार्थना करने या अपने धर्म-पंथ का पालन करने में कोई समस्या नहीं है। लेकिन किसी की गरीबी का फायदा उठाकर और लालच देकर उनका कन्वर्जन करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
वी. सुनील कुमार ने कहा कि कुछ संगठन सार्वजनिक तौर पर यह दावा करते हैं कि वे कन्वर्जन की गतिविधियों में शामिल नहीं हैं। फिर वे कन्वर्जन विरोधी कानून का विरोध क्यों कर रहे हैं? एक तरफ वे कहते हैं कि वे ऐसी चीजें नहीं करते और दूसरी तरफ वे विधेयक का विरोध करते हैं। लव जिहाद के खिलाफ कानून पर राज्य सरकार ने पहले कहा था कि अधिकारियों को उत्तर प्रदेश में जबरन कन्वर्जन के विरुद्ध पारित अध्यादेश के बारे में जानकारी एकत्र करने का निर्देश दिया गया है। उत्तर प्रदेश के अलावा भाजपा शासित मध्य प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में कन्वर्जन विरोधी कानून लागू है।
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