श्री काशी विश्वनाथ धाम, धर्म के साथ-साथ राष्ट्रीयता का भी प्रतीक बनेगा. राष्ट्रीयता का यह प्रतीक दुनिया में काशी को नई पहचान देगा. श्री काशी विश्वनाथ धाम में रानी अहिल्याबाई, भारत माता, भगवान, कार्तिकेय एवं आदि शंकराचार्य की मूर्तियां भी स्थापित होंगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिसंबर में नवनिर्मित कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कॉरिडोर का 8 मार्च 2019 को शिलान्यास किया था. अब यह रिकॉर्ड समय में बनकर तैयार है.
वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी ने कहा था “मुझे मां गंगा ने बुलाया है.” उस समय किसी को अंदाजा भी नहीं था कि काशी में बाबा विश्वनाथ व गंगा के बीच में इस तरह का कॉरिडोर बनेगा. |
प्राचीन काल में रानी अहिल्याबाई ने काशी विश्वनाथ मंदिर का जीर्णोद्धार कराया था. उसके करीब 352 वर्षों बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री काशी विश्वनाथ धाम के भव्य स्वरूप का निर्माण कराया. वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी ने कहा था “मुझे मां गंगा ने बुलाया है.” उस समय किसी को अंदाजा भी नहीं था कि काशी में बाबा विश्वनाथ व गंगा के बीच में इस तरह का कॉरिडोर बनेगा.
काशी में बाबा के प्रांगण की भव्य तस्वीर दिखने लगी है. 50,200 वर्ग मीटर में 339 करोड़ रूपये की लागत से भव्य आनंद वन का निर्माण हो रहा है. सुरक्षा, म्यूजियम, फैसिलिटेशन सेंटर, बनारस गैलरी,वैदिक केंद्र एवं मल्टीपर्पज हॉल, स्पिरिचुअल बुक सेंटर,यात्री सुविधा केंद्र समेत 24 भवनों का निर्माण हो रहा है. दुनिया भर से आने वाले शिव भक्तों को बेहतर सुविधा मिल सकेगी. मंदिर चौक के ‘व्यूइंग गैलेरी’ से शंकर जी और मां गंगा का अद्भुत दृश्य देखा जा सकेगा.
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