यूपी एटीएस ने ‘कन्वर्जन’ के अभियुक्त अब्दुल्ला को गिरफ्तार किया है। वह अभियुक्त उमर गौतम का बेटा है, जो अल फारुखी मदरसे–मस्जिद और इस्लामिक सेंटर का संचालन करता था। यूपी एटीएस को उसके बैंक खातों में धन जमा कराए जाने के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं। अब्दुल्ला के बैंक खातों में अब तक 75 लाख रुपए विभिन्न स्रोतों से जमा कराए गए थे। उसके बैंक खाते से धनराशि निकाल कर उमर गौतम तक पहुंचाई जा रही थी। अब्दुल्ला के बैंक खातों में 17 लाख रुपए विदेशों से जमा कराए गए थे।
एटीएस के अनुसार, अब्दुल्ला अपने पिता उमर गौतम एवं कन्वर्जन के अन्य अभियुक्तों को फंडिंग करता था। वह पिता के साथ कन्वर्जन के काम में संलिप्त था। ‘कन्वर्जन’ के इस मामले में मौलाना उमर गौतम, अब्दुल्ला, मौलाना कलीम सिद्दीकी, रामेश्वरम कावड़े उर्फ आदम उर्फ एडम, भूप्रिय बन्दों उर्फ अर्सलान मुस्तफा, कौशर आलम, हाफिज इदरीस समेत 16 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
उल्लेखनीय है कि जहांगीर और उमर गौतम पर एक हजार से अधिक कन्वर्जन का आरोप है। दिव्यांग छात्रों को भी निशाना बनाया गया। एटीएस ने विवेचना में पाया कि षड्यंत्र के अंतर्गत कन्वर्जन कराया जा रहा था। नोएडा सेक्टर- 117 में नोएडा डेफ सोसायटी के एक केंद्र में कन्वर्जन कराया जा रहा था। वहां पर प्रशिक्षण लेने आए दिव्यांग बच्चों को भी कन्वर्जन का निशाना बनाया गया था। नोएडा के मूक-बधिर विद्यालय में प्रशिक्षण लेने वाले छात्र आदित्य कुमार गुप्ता का कन्वर्जन कराया गया था। कन्वर्जन के बाद उसे दक्षिण के राज्य में ले जाया गया। काफी दिनों तक जब कोई खोज–खबर नहीं मिली, तब उसके माता-पिता ने जनपद कानपुर नगर में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। कुछ माह पूर्व कन्वर्जन के इस बड़े गिरोह के पकड़ में आने के बाद उत्तर प्रदेश की एटीएस ने आदित्य के माता-पिता से पूछताछ की तो पता लगा कि आदित्य से वीडियो काल के माध्यम से बात हुई थी। एटीएस को यह भी जानकारी मिली थी कि एक अन्य दिव्यांग मन्नू यादव का भी कन्वर्जन कराया गया था।
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