अपने तेल टैंकर पर ड्रोन से हुए हमले के बाद इजराइल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने मंत्रिमंडल की बैठक में कहा कि ईरान ने कायराना हरकत की है। इसका जवाब हम अपने तरीके से देंगे
ओमान के पास समुद्र में अमेरिका-बिटेन और इजराइली कारोबारी के संयुक्त उद्यम से चलने वाले तेल टैंकर पर हुए पिछले दिनों हुए हमले में ईरान अब फंसता नजर आ रहा है। इजरायल के बाद अब ब्रिटेन ने भी ईरान को इस हमले का जिम्मेदार बताया है। वहीं इजराइल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने मंत्रिमंडल की बैठक में ईरान को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि उसने ‘गंभीर भूल’ की है और अब ईरान अपनी जिम्मेदारी से बचने का प्रयास कर रहा है। वह इससे इनकार कर रहा है।
बता दें कि बृहस्पतिवार रात ईरान के तेल टैंकरों पर ड्रोन से हमला हुआ था। इस हमले में चालक दल के दो सदस्य मारे गए थे। ईरान ने इस हमले में अपनी संलिप्तता से इंकार किया है, लेकिन इजराइल ने परोक्ष रुप से ईरान को धमकी दी है। इस क्षेत्र में वाणज्यिक जहाजों पर हमलों में विराम के कुछ वर्षों बाद यह पहला घातक हमला है। इसे परमाणु समझौते को लेकर ईरान के साथ तनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। किसी ने भी इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। हालांकि, इजराइल ने आरोप लगाया है कि ईरान ने यह हमला किया है। इजराइल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने मंत्रिमंडल की साप्ताहिक बैठक में कहा कि ईरान ने यह कायराना हरकत की है और अब अपनी जिम्मेदारी से बचने का प्रयास कर रहा है। हमारी खुफिया एजेंसियों को ईरान की संलिप्तता के सबूत मिले हैं और हमें उम्मीद है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय ईरानी शासन को स्पष्ट तौर पर बताएगा कि उसने गंभीर भूल की है। किसी भी स्थिति में हमें पता है कि ईरान को किस तरह जवाब देना है। वहीं ईरान ने आरोपों से इनकार किया। ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सईद खातिबजाहेद ने कहा है कि ऐसे आरोप-प्रत्यारोप नए नहीं हैं। इस हमले के लिए वे लोग जिम्मेदार हैं जिन्होंने इस क्षेत्र में इजराइली शासन को अपने पैर जमाने दिए। इसमें कुछ नया नहीं है कि अमेरिका में जानी पहचानी ईरान विरोधी लॉबी इस्लामिक देश के खिलाफ आरोप लगाने के किसी भी अवसर का इस्तेमाल करती है।
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