मीम अलिफ हाशमी
पाकिस्तान के एक मदरसे में यौन शोषण मामले में अपराध जांच एजेंसी ने अब मुफ्ती अजीजुर रहमान के दो बेटों अल्ताफुर रहमान और अतीकुर रहमान को भी गिरफ्तार किया है। जबकि यौन शोषण का आरोपी मुफ्ती अजीजुर रहमान मियांवाली से पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
पाकिस्तान के एक मदरसे में यौन शोषण मामले में अपराध जांच एजेंसी ने अब मुफ्ती अजीजुर रहमान के दो बेटों अल्ताफुर रहमान और अतीकुर रहमान को भी गिरफ्तार किया है। जबकि यौन शोषण का आरोपी मुफ्ती अजीजुर रहमान मियांवाली से पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। सीआईए के मुताबिक, रहमना के दोनों बेटों अल्ताफुर रहमान और अतीकुर रहमान पर उनके पिता के खिलाफ मामला दर्ज करने वाले पर हमला करने और गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी देने का आरोप है। रहमान की गिरफ्तारी में छापेमारी का नेतृत्व करने वाले लाहौर मॉडल टाउन सीआईए के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) हसनैन हैदर ने बताया कि रहमान को लाहौर लाया जा रहा है,जहां उस पर मुकदमा चलेगा। पंजाब के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) इनाम गनी ने गिरफ्तारी पर टिप्पणी करते एक ट्वीट किया, ‘‘हम, उससे पूछताछ करेंगे। वैज्ञानिक जांच कराएंगे। मुकदमा चलाएंगे और अदालत द्वारा उसे दोषी ठहराएंगे। हम चाहते हैं कि हमारे बच्चे बाल शोषणकर्ताओं से सुरक्षित रहें।
उल्लेखनीय है कि रहमान के खिलाफ मामला तब दर्ज किया गया जब छात्र से यौन उत्पीड़न का वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से वायरल हो गया था। उत्तरी छावनी पुलिस का कहना है कि इस मामले में पीड़ित के शिकायत करने पर बदला लेने के इरादे से उस पर उसके तीन बेटों ने हमला किया था। तब बाप-बेटों के खिलाफ गैर-जमानती अपराधों में मामला दर्ज किया गया। मुफ्ती के बेटों ने पिछले साल अगस्त में मस्जिद वजीर खान में एक गाने का वीडियो रिकॉर्ड करने पर अभिनेता सबा कमर और गायक बिलाल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था.
गौरतलब है कि हाल ही में एक वायरल वीडियो ने पाकिस्तान के कतिपय इस्लामिक मुल्ला—मौलवियों का चेहरा बेनकाब कर दिया था। इस वीडियो में पड़ोसी देश का चर्चित मुफ्ती अजीजुर रहमान अपने ही एक छात्र के साथ दुष्कर्म करता दिखाई दिया था। उसने अपने छात्र की ऐसी हालत कर दी कि वह खुदकुशी को मजबूर हो गया।
छोटे-मोटे मदरसों से अक्सर मौलवियों द्वारा बच्चों से ज्यादतियों की खबरें आती रही हैं। ऐसी शिकायतें हाल के दिनों में भारत के भी कई मदरसों से आ चुकी हैं। मगर पाकिस्तान में हद ही हो गई। मजहबी देश पाकिस्तान के सोशल एक्टिविस्ट एवं पेशे से वकील राहत ऑस्टिन ने 1ः45 मिनट का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया था, जिसमें बुजुर्ग इस्लामिक मुफ्ती अजीजुर रहमान अपने युवा छात्र के साथ दुष्कर्म करता दिखाई दे रहा था।
राहत आस्टिन के मुताबिक, यह इस्लामिक विद्वान पाकिस्तान में जिहाद और गैर-मुसलमानों के खिलाफ ईशनिंदा कानूनों का गलत इस्तेमाल करने के मामले में कुख्यात है। वीडियो के साथ ट्वीट में राहत ऑस्टिन ने कहा कि युवक मुफ्ती के बार-बार के बलात्कार से बेहद निराश हो चुका है। उसका कहना है कि वह खुद को मारने जा रहा है। युवक का कहना है कि वह मुफ्ती के खिलाफ कई जगह शिकायत कर चुका है, पर सुनने की बजाए लोग उसके ही जान के दुश्मन बन गए हैं। इस वीडियो के वायरल होने के बाद पाकिस्तान में काफी हाय-तौबा मचा। तब पुलिस हरकत में आई और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
ऐसे में सोचा जा सकता है कि इस्लामिक मुल्ला—मौलवी अपने ही मजहब के लोगों से दुराचार करने से बाज नहीं आ रहे, वह भला दूसरे मत—पंथ के लोगों को कहां छोड़ते होंगे।
पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग की रिपोर्ट कहती है कि इमरान खान ने सत्ता संभालते समय भले ही अपने देश के अल्पसंख्यकों के विकास और उत्थान के लंबे-चौड़े दावे किए हों, पर हकीकत कुछ और ही है। उनकी सरकार में सब कुछ दावे क उलट हो रहा है। अल्पसंख्यकों की छोटी लड़कियों के अपहरण, दुष्कर्म और कन्वर्जन की घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हुई है। यहां तक कि कुछ जिहादियों ने कोरोना की पहली लहर में भोजन के बदले वहां के हिदुओं एवं ईसाइयों के पंथ बदलने का प्रयास किया गया। मानवाधिकार आयोग का कहना है कि प्रत्येक वर्ष एक हजार से अधिक अल्पसंख्यक लड़कियों का कन्वर्जन कराया जा रहा है। कन्वर्जन कराने के लिए कुख्यात लोगों में से एक मुफ्ती अजीज-उल-रहमान का छात्र के साथ आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होना इस बात का सबूत है कि वहां दबे, कुचले लोगों के साथ कितनी घिनौनी साजिश चल रही है।
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