उत्तर प्रदेश पुलिस ने म्यांमार के चार रोहिंग्याओं को मेरठ, अलीगढ़ और बुलंदशहर जनपद से गिरफ्तार किया. ये चारों रोहिंग्या, अवैध दस्तावेज के आधार पर अन्य रोहिंग्याओं को भारत की नागरिकता दिलाने का प्रयास कर रहे थे.
रोहिंग्या हाफिज शफीक, अजीजुर्रहमान, मुफीजुर्रहमान और इस्माइल मूल रूप से म्यांमार के रहने वाले हैं. पुलिस का दावा है कि ये चारों फर्जी दस्तावेज के आधार पर भारत की नागरिकता, मानव तस्करी, सोना की तस्करी एवं हवाला के जरिये पैसे का अवैध लेन- देन कर रहे थे.
जानकारी के अनुसार, हाफिज शफीक, अजीजुर्रहमान, मुफीजुर्रहमान और इस्माइल के कब्जे से 3 यूनाइटेड नेशन हाई रिफ्यूजी कार्ड, 1 म्यांमार देश का पहचान पत्र, विदेशी मुद्रा और भारत में बने फर्जी आधार कार्ड, पासपोर्ट समेत बड़ी संख्या में फर्जी दस्तावेज बरामद किये गये हैं. पूछताछ में पुलिस के संज्ञान में आया है कि
रोहिंग्याओं के इस प्रकार के गिरोहों द्वारा उत्तर प्रदेश में दो हजार से अधिक रोहिंग्या को लाया जा चुका है. अब पुलिस, फर्जी दस्तावेज के आधार पर यूपी में निवास कर रहे है रोहिग्याओं की तलाश कर रही है.
अपर पुलिस महानिदेशक ( कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया, “ काफी समय से सूचना मिल रही थी कि म्यांमार के रोहिंग्याओं को भारत के अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर से प्रवेश कराया जा रहा है. फर्जी कागजात के आधार रोहिंग्याओं को लाया जा रहा है.
रोहिंग्याओं का एक गिरोह है जो बांग्लादेश के रिफ्यूजी कैंप में रह रहे लोगों को अवैध दस्तावेजों के आधार पर भारत में प्रवेश दिलाता है. उसके बाद उन लोगों को कहीं पर नौकरी दिलाकर उन लोगों के वेतन से कमीशन वसूलता है. इसके साथ ही रोहिंग्या समुदाय देश विरोधी गतिविधियों में भी शामिल हैं. इस सूचना के आधार पर उत्तर प्रदेश पुलिस की एंटी टेररिस्ट स्क्वायड (एटीएस) हाफिज शफीक समेत 4 रोहिंग्याओं को गिरफ्तार किया.
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