मौलवी की पिटाई के पहले का वीडियो सामने आ गया है. मौलवी ने जिसके ऊपर वशीकरण का प्रयास किया था. वह व्यक्ति मौलवी से पूछ ताछ कर रहा है. मौलवी ने स्वीकार किया कि उसने इंतज़ार के कहने पर वशीकरण का प्रयास किया था.
हिन्दुओं को बदनाम करने के लिए गढ़ा गया था 'दाढ़ी काण्ड'
मौलवी अब्दुल समद ताबीज आदि देकर लोगों का गलत इलाज करता है. मौलवी, वशीकरण करने का भी दावा करता है. मौलवी से मारपीट होने के पहले का वीडियो भी अब सामने आ चुका है. वीडियो से स्पष्ट है कि उसकी ताबीज का गलत असर होने की वजह से लोगों ने उसके साथ मारपीट की थी. इस वीडियो में मौलवी ने स्वीकार किया है कि उसने वशीकरण करने का दावा किया था. पुलिस की विवेचना में भी यह स्पष्ट हो गया है कि मौलवी का अभियुक्त गणों से आपसी विवाद था. मौलवी से बलपूर्वक ‘जय श्री राम’ का उद्घोष नहीं कराया गया था.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सूचना सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी ने अब्दुल समद की पिटाई से पहले का वीडियो अपने ट्विटर हैंडल पर अपलोड किया है. इस वीडियो में मौलवी कह रहा है कि “इंतजार ने कह कर भेजा कि इन्हें ताबीज़ देकर मेरे वश में कर दो, इनसे मेरा काम है।” वीडियो में एक व्यक्ति मौलवी से सवाल पूछ रहा है. दोनों के प्रश्न – उत्तर सुनने से सब कुछ स्पष्ट हो रहा है.
सवाल — जो दोबारा आया था तू करने, किसने कराया था?
मौलवी — इंतजार ने… इंतजार ने कह कर भेजा है कि ये मेरे वश में कर दो.
सवाल: मेरे घर के अंदर जो ताबीज-वाबीज करके गए हो, ये सब इंतजार के कहने पर किए हो?
बुजुर्ग: हां.
सवाल — ये झूठ तो बोल कर गया न तू कि ये कर दो, वो कर दो… इंतजार ने यह कह कर भेजा कि सारे उसके फेवर में आ जाने चाहिए?
मौलवी : हां , इंतजार ने ये कहा कि ये मेरे वश में कार दो. इनसे मेरा काम है.
शलभ मणि त्रिपाठी ने ट्वीट किया है कि “ इंतजार ने कह कर भेजा कि इन्हें ताबीज़ देकर मेरे वश में कर दो, इनसे मेरा काम है’ पिटाई से पहले का असली वीडियो जिसमें तांत्रिक ने बताई पूरी कहानी, पर हिंदुओं और श्रीराम को बदनाम कर दंगा कराने के लिए इसे एडिट कर कहानी गढ़ी गई कि ‘जय श्रीराम’ न कहने पर बुजुर्ग को पीट कर दाढी नोच ली गई थी”
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