आज जब बड़े भी पानी की बचत को लेकर सजग नहीं हैं, तब छोटी—छोटी बच्चियां सीख दे रही हैं कि पानी की बचत कैसे की जाए। ये बता रही हैं कि स्नान करने के लिए झरने का प्रयोग नहीं करना चाहिए। ये बच्चियां यह भी कह रही हैं कि केवल पांच जून को पर्यावरण दिवस नहीं मनाना चाहिए, पर्यावरण की रक्षा हमारी दिनचर्या में शामिल होनी चाहिए।
पर्यावरण दिवस के अवसर पर सोशल मीडिया के विभिन्न मंचों के माध्यम से छोटे बच्चे भी बता रहे हैं कि कैसे हम और आप पर्यावरण की रक्षा कर सकते हैं। इंस्टाग्राम पर मिशिका पांडे नाम की एक बच्ची का वीडियो बहुत वायरल हो रहा है। इसमें वह पर्यावरण दिवस की शुभकामनाएं देते हुए बता रही है कि पानी की बचत कैसे कर सकते हैं।
वह कहती है कि हममें से बहुत लोग पीने के लिए एक गिलास पानी ले तो लेते हैं, लेकिन आधा पीकर शेष पानी को फेंक देते हैं। यह ठीक नहीं है। पानी को कभी भी नहीं फेंकना चाहिए। वह कहती है कि गिलास में उतना ही पानी लें, जितना कि पी सकते हैं।
इसके बावजूद कभी पूरा पानी नहीं पी सकते हैं, तो शेष पानी को किसी पौधे में डाल दें। उसने यह भी कहा है कि नहाते समय झरने का प्रयोग नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे बहुत ज्यादा पानी बर्बाद होता है।
वहीं फेसबुक पर एक वीडियो के माध्यम से अरुणिमा देव नाम की एक लड़की कहती है कि पर्यावरण दिवस केवल पांच जून को ही नहीं मनाना चाहिए। यह दिवस तो हमारी दिनचर्या का हिस्सा होना चाहिए और हमें ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिए जिससे कि पर्यावरण को नुकसान होता हो। वह यह भी कहती है कि अभी कुछ दिन पहले ही देश ने आक्सीजन की कमी को महसूस किया है। इसलिए पेड़ लगाने का काम तेज होना चाहिए।
सचमुच में इस इन बच्चियों ने बहुत बड़ी बात कही है, तो आइए आज विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर हम सब संकल्प लें कि चाहे जो हो जाए पानी की बर्बादी न करेंगे और दूसरे को करने देंगे।
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