होजाई में डॉक्टर की बेरहमी से पिटाई करने के 24 दोषी पकड़े गए हैं। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने दिए सख्त कार्रवाई के आदेश, जल्द दाखिल होगा आरोपपत्र
पूरे भारत में एक मजहब विशेष के लोगों द्वारा अस्पताल में सेवारत एक डाक्टर की अस्पताल के अंदर बेरहमी से पिटाई करने का वीडियो वायरल हुआ। वीडियो में होजाई जिले में उडाली कोविड केन्द्र में युवा डॉ. सेज कुमार सेनापति के साथ मारपीट करने के दृश्य थे। पता चला कि इस मामले के आरोपी अपने मरीज की मौत को लेकर हंगामा कर रहे थे। देहाती क्षेत्र में डॉक्टर सेनापति का वह पहला ही दिन था। डॉक्टर सेनापति ने बताया कि मरीज के परिजनों ने उनसे कहा कि मरीज की हालत गंभीर है। जब वे मरीज को देख रहे थे तो पता लगा कि उसकी तो पहले ही मौत हो चुकी थी। बस इसके बाद मरीज के परिजन ने अस्पताल का फर्नीचर तोड़ना शुरू कर दिया और सीधे डाक्टर सेनापति पर टूट पड़े। मरीज का नाम गियाजुद्दीन बताया गया है, जो पीपुलपुखुरी गांव का रहने वाला था। डा. सेनापति का नौगांव के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है और उनकी हालत स्थिर बताई गई है। घटना एक जून की बताई जा रही है।
वीडियो में डाक्टर पर हमला करते दिख रहे लोगों में से कुछ लोगों ने लुंगियां पहनी हुई थीं और कुछ ने पेंट, शर्ट। करीब 15-20 लोग डाक्टर की बर्बरता से पिटाई करते दिख रहे थे। इस वीडियो पर देखते ही देखते पूरे देश में रोष की लहर दौड़ गई। सोशल मीडिया पर लोगों ने इसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हुए दोषियों का फौरन पकड़कर सख्त से सख्त सजा देने की मांग की। अनेक लोगों ने मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा को टैग करके मामले पर फौरन संज्ञान लेने को कहा। मुख्यमंत्री ने भी बिना देर किए पुलिस प्रशासन को दोषियों को फौरन गिरफ्तार करने के आदेश दिए। एक ट्वीट करके सरमा ने कहा,”हमारे फ्रंटलाइन कर्मियों पर ऐसे बर्बर हमले हमारा प्रशासन कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। पुलिस दोषियों को फौरन पकड़े।” उनके हरकत में आने के कुछ ही घंटे के अंदर करीब 24 दोषियों को गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद अपने वक्तव्य में मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि ‘इस मामले में जल्दी से जल्दी आरोपपत्र दाखिल किया जाएगा। मैं स्वयं इस जांच की निगरानी कर रहा हूं। मैं वादा करता हूं कि न्याय जरूर मिलेगा।’ उन्होंने आगे बताया कि होजाई जिले में एक डॉक्टर के साथ कथित तौर पर मारपीट के मामले में 24 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। असम पुलिस की ओर से कहा है कि वे मामले में जल्दी ही एक ‘पुख्ता अरोपपत्र’ दाखिल करेंगे। इतना ही नहीं, मुख्यमंत्री सरमा ने ट्वीट करके गिरफ्तार हुए 24 लोगों के नाम भी बताए हैं।
एएमएसए ने की सख्त कार्रवाई की मांग
इस घटना पर असम मेडिकल सर्विस एसोसिएशन ने होजाई के उपायुक्त को पत्र लिखा है। पत्र में आरोप लगाया है कि मृतक कोरोना मरीज के परिजनों ने डॉक्टर को बेरहमी से पीटा और प्रताड़ित किया। बदमाशों ने अस्पताल के फर्नीचर और अन्य जरूरी सामान को तोड़ा और डॉक्टर पर लात-घूसों से हमला कर दिया। एसोसिएशन ने इस प्रकरण पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। उसने पत्र में आगे लिखा है कि इस तरह की घटना हमारे सेवा भाव को आघात पहुंचाती है। ऐसे लोग सिर्फ डॉक्टरों ही नहीं, बल्कि पूरे समाज के दुश्मन हैं।
बहरहाल, इस घटना ने जून 2019 में कोलकाता के एक अस्पताल में देर रात एक मजहब विशेष के मरीज की मौत के बाद उसके परिजनों ने वहां मौजूद डाक्टरों को बेरहमी से मारा—पीटा था। इतना ही नहीं, परिजनों के बुलाने पर दो ट्कों में भरकर आई मजहबी उन्मादियों की भीड़ ने अस्पताल को तहस—नहस करके एक डाक्टर के सिर पर गहरा जख्म किया था और वह डाक्टर महीनों तक इलाजरत रहा था।
कोरोना काल में जहां देश भर में चिकित्सकों और अन्य चिकित्साकर्मियों के तप, त्याग का सम्मान हो रहा है वहां ऐसे दृश्य दिखाई देना निंदनीय है।
-आलोक गोस्वामी
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