एक मानहानि के मामले में वकील प्रशांत भूषण पर एक रु. का जुर्माना लगाने वाले पूर्व न्यायाधीश अरुण कुमार मिश्रा ने आज राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष का पदभार संभाला।
नई दिल्ली, 2 जून। आज सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश अरुण कुमार मिश्रा ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) के अध्यक्ष का पदभार संभाल लिया। इसके साथ ही एनएचआरसी को छह महीने बाद अध्यक्ष मिल गया है, क्योंकि यह पद छह महीने से खाली था। 31 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली समिति ने उन्हें इस पद के लिए चयनित किया था। इस समिति में गृहमंत्री अमित शाह, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश शामिल थे।
इसी समिति ने जम्मू—कश्मीर उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश महेश कुमार मित्तल और आईबी के पूर्व निदेशक डॉ राजीव जैन को एनएचआरसी का सदस्य बनाया है।
न्यायमूर्ति अरुण कुमार मिश्रा मध्य प्रदेश के जबलपुर के रहने वाले हैं। एमएससी करने के बाद उन्होंने विधि की पढ़ाई की थी। इसके बाद उन्होंने वकालत शुरू की। वे कोलकाता उच्च न्यायालय और राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश भी रह चुके हैं। उनके पिता हरगोविंद मिश्रा जबलपुर उच्च न्यायालय के न्यायाधीश थे। न्यायमूर्ति मिश्रा की बेटी भी दिल्ली उच्च न्यायालय में वकालत करती हैं।
—वेब डेस्क
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