आयरलैंड में भारतीयों पर बढ़ते हमलों पर चिंता व्यक्त करते हुए डबलिन स्थित भारतीय दूतावास ने शुक्रवार (1 अगस्त) को एक एडवाइजरी जारी की। यह एडवाइजरी एक बार फिर डबलिन में भारतीय नागरिक संतोष यादव पर हुए बर्बर हमले के बाद आई है। इसमें दूतावास ने सभी भारतीयों को सतर्कता बरतने, सुनसान इलाकों में नहीं जाने और सुरक्षा उपाय अपनाने की सलाह दी है। दूतावास ने एक्स पर एडवाइजरी शेयर करते हुए कहा, “आयरलैंड में हाल ही में भारतीय नागरिकों पर हमलों की घटनाओं में वृद्धि हुई है। दूतावास इस संबंध में आयरलैंड के संबंधित अधिकारियों के संपर्क में है।”
भारतीय दूतावास ने आपातकालीन संपर्क के लिए अपना नंबर 0899423734 और ईमेल cons.dublin@mea.gov.in भी साझा किया है। साथ ही सभी भारतीय नागरिकों को सलाह दी है कि वे अपनी सुरक्षा के लिए उचित सतर्कता बरतें। विशेष रूप से देर रात सुनसान इलाकों में जाने से बचें।
संतोष यादव को गंभीर चोटें आईं
आयरलैंड में एक बार फिर भारतीय मूल के व्यक्ति को नस्लभेदी हिंसा का शिकार होना पड़ा। यह घटना 31 जुलाई को आयरलैंड के डबलिन में हुई। इसमें संतोष यादव (33) नाम के भारतीय को एक टीनएज गैंग ने शिकार बनाया, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आई हैं। संतोष यादव ने लिंक्डइन पर पोस्ट शेयर कर बताया कि यह घटना तब हुई जब वे डिनर करने के बाद अपने अपार्टमेंट के बाहर जाकर टहल रहे थे। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा, “रात को खाना खाने के बाद, मैं अपने अपार्टमेंट के पास टहल रहा था तभी 6 किशोरों के एक समूह ने मुझ पर पीछे से हमला किया। उन्होंने मेरा चश्मा छीन लिए, उसे तोड़ दिया और फिर मेरे सिर, चेहरे, गर्दन, छाती, हाथ और पैरों पर बेरहमी से मारना शुरू कर दिया। इसकी वजह से मैं फुटपाथ पर खून से लथपथ हो गया।” उन्होंने आगे बताया- मैंने किसी तरह फोन किया और एक एम्बुलेंस मुझे पास के अस्पताल ले गई। मेडिकल टीम ने पुष्टि की कि मेरी गाल की हड्डी टूट गई है और अब मुझे स्पेशल केयर के लिए भेजा गया है।
बताया जाता है कि आयरलैंड में भारतीयों के साथ-साथ अन्य एशियाई व अफ्रीकी देशों के अश्वेत लोगों पर भी हमले बढ़ रहे हैं। आयरलैंड पहले असुरक्षित नहीं था, लेकिन पिछले कुछ सालों में विदेशियों को निशाना बनाने वाले हिंसक नस्लवादी गिरोहों के कारण पहले से स्थिति काफी बदल गई है।
इससे पहले 19 जुलाई को हुआ था हमला
संतोष यादव से पहले 19 जुलाई को डबलिन के टालाघट में 40 वर्षीय एक भारतीय नागरिक पर हुए नस्लीय हमले ने पूरे देश में आक्रोश फैला दिया। वह अमेजन का कर्मचारी था और कुछ हफ्ते पहले ही आयरलैंड पहुंचा था। उसको एक हिंसक नस्लवादी गिरोह ने बेरहमी से पीटा, उसके चेहरे पर कई बार चाकू से वार किया गया, उसे नंगा कर दिया और लहूलुहान कर सड़क पर छोड़ दिया गया। आयरलैंड के अधिकारी अब इस मामले की जांच कर रहे हैं।
‘नस्लवाद को ना कहें’
भारतीय और आयरिश नागरिकों सहित बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी इस हमले की निंदा करने व न्याय की मांग करने के लिए इकट्ठा हुए। 800 से ज्यादा लोगों ने डबलिन सिटी हॉल से नेशनल गैलरी तक मार्च निकाला। उनके हाथों में ‘नस्लवाद को ना कहें’ और ‘आयरलैंड हमारा घर है’ जैसे बैनर थे।
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