महात्मा गांधी के हिंद सुराज की कल्पना को नेहरू ने म्यूजियम में डाला : दत्तात्रेय होसबाले जी
July 24, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

महात्मा गांधी के हिंद सुराज की कल्पना को नेहरू ने म्यूजियम में डाला : दत्तात्रेय होसबाले जी

ऐतिहासिक पुस्तक 'फिलॉस्फी एंड एक्शन ऑफ आरएसएस फॉर द हिंद सुराज' के विमोचन पर आरएसएस सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले जी और सीएम पुष्कर धामी ने संघ की विचारधारा, इतिहास और राष्ट्र निर्माण में भूमिका को रेखांकित किया।

by उत्तराखंड ब्यूरो
Jul 23, 2025, 09:52 pm IST
in भारत, उत्तराखंड
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

देहरादून । फिलॉस्फी एंड एक्शन ऑफ आरएसएस फॉर द हिंद सुराज पुस्तक के विमोचन के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय जी होसबाले ने कहा कि स्वतंत्र भारत के निर्माण में महात्मा गांधी के हिंद सुराज की परिकल्पना को नेहरू ने म्यूजियम में भेज दिया।

पुस्तक विमोचन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर कार्यवाह दत्तात्रेय जी होसबाले  ने पुस्तक के विषय में जानकारी देते हुए बताया कि इसे संघ के पच्चीस वर्ष पूरे होने पर प्रकाशित किया गया था, उस समय लेखक पादरी एंथोनी ने संघ को भविष्य के भारत के राष्ट्रवादी संगठन के रूप में काम करने वाला ,देश की सांस्कृतिक धरोहर को संजोने वाला, समाज सेवा करने वाला बताया था जबकि उस समय संघ का केवल एक मात्र सहयोगी संगठन विद्यार्थी परिषद का गठन हो पाया था।

यह भी पढ़ें – आरएसएस के 100 साल:  मंडलों और बस्तियों में हिंदू सम्मेलन का होगा आयोजन, हर घर तक पहुंचेगा संघ

सरकार्यवाह ने कहा कि ये पुस्तक केवल संघ के प्रचार मात्र के लिए नहीं है बल्कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को समझने के लिए 75 साल पहले लिखी गई एक कृति है जोकि एक ईसाई व्यक्ति द्वारा जोकि संघ का स्वयंसेवक भी नहीं था उसके द्वारा भारत के उत्थान के लिए काम करने वाले संगठन के लिए एक भविष्यवाणी भी  इस पुस्तक में दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि इस पुस्तक की 75 साल से
पहले जमुना लाल मेहता ने प्रस्तावना लिखी थी जोकि कांग्रेस के नेता थे।

हिंद सुराज का जिक्र करते हुए सरकार्यवाह जी ने कहा मूलतः ये गांधी जी परिकल्पना थी और उन्होंने इसके बारे में नेहरू को पत्र लिखा था कि आजाद भारत का विकास हिंद सुराज के सिद्धांत पर होना चाहिए जिसके जवाब में नेहरू ने लिखा था कि मैने इसे पहले पढ़ा था वो तब भी मुझे बेतुका लगा था, इसके बाद हिंद सुराज भारत के म्यूजियम में चला गया।

यह भी पढ़ें – आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत जी ने पिता के रूप में किया कन्यादान, बिटिया के पांव पखारे, बारात की अगवानी की

सरकार्यवाह जी ने कहा कि संघ ने रजत जयंती वर्ष जब मना रहा था तब भी प्रतिबंधित था जब स्वर्ण जयंती वर्ष मना रहा था तब भी इस को बैन किया हुआ था, लेकिन जब हीरक जयंती वर्ष मना रहा था और जब शताब्दी वर्ष मना रहा है देश में उसके स्वयंसेवक प्रधान मंत्री है।

मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि वर्ष 1951 में कैथोलिक पादरी फादर एंथोनी द्वारा लिखी गई,  पुस्तक “फिलॉसोफी एंड एक्शन ऑफ़ आरएसएस फॉर हिन्द स्वराज” में न केवल संघ की विचारधारा, संगठनात्मक संरचना और कार्यपद्धति का गहन अध्ययन प्रस्तुत किया, बल्कि “हिंद स्वराज” की मूल आत्मा को भी समेकित रूप से समझाने का काम किया।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि यह पुस्तक हमारी आने वाली पीढ़ियों को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रारंभिक संघर्षों, त्याग और तपस्या से परिचित कराते हुए उन्हें हमारी वैचारिक परंपरा और कार्यशैली से जोड़ने में सहायक सिद्ध होगी।

यह भी पढ़ें – आरएसएस : संघ की शाखा का कैसे हो रहा सफल संचालन, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले जी ने बताया

मुख्यमंत्री ने कहा कि  फादर एंथोनी ने यह पुस्तक उस समय में लिखी जब “राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ” को लेकर समाज में अनेकों प्रकार की भ्रांतियां और गलत धारणाएं फैलाई जा रही थीं।  उस चुनौतीपूर्ण कालखंड में फादर एंथोनी ने निष्पक्षता और ईमानदारी के साथ लिखा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कोई सांप्रदायिक संस्था नहीं, अपितु राष्ट्र निर्माण के लिए समर्पित एक अनुशासित और आध्यात्मिक चेतना से ओतप्रोत संगठन है। उन्होंने संघ के कार्यकर्ताओं के जीवन में अनुशासन, सेवा, समर्पण और देशभक्ति को निकटता से देखा और दुनिया को अवगत कराया कि ये संगठन भारत के पुनर्निर्माण की वास्तविक आधारशिला है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि फादर एन्थोनी ने लिखा कि संघ न केवल हिन्दू धर्म की खोई हुई प्रतिष्ठा को पुनर्स्थापित करने की दिशा में कार्य कर रहा है बल्कि समाज में व्याप्त कुप्रथाओं का अंत कर संपूर्ण भारतवर्ष को एक सूत्र में पिरोने के कार्य में भी जुटा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आद्य सरसंघचालक परम श्रद्धेय डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार जी ने जब वर्ष 1925 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना की थी, तब भारत न केवल राजनीतिक दृष्टि से पराधीन था, बल्कि मानसिक, सांस्कृतिक और धार्मिक रूप से भी खंडित हो चुका था। आज, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अपनी सौ वर्षों की तपोमयी यात्रा के माध्यम से भारत में सांस्कृतिक पुनर्जागरण, सामाजिक समरसता, आत्मगौरव और राष्ट्रनिष्ठ सेवा की ऐसी दिव्य धारा प्रवाहित की है, जिसने देश के कोने-कोने में राष्ट्रीय चेतना की अखंड ज्योति प्रज्वलित कर दी है।

यह भी पढ़ें – आरएसएस जैसे पवित्र संगठन से जीवन का सार सीखा, देश के लिए सर्वस्व अर्पित करने की प्रेरणा देता है संघ : पीएम मोदी

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में हमारी सरकार भी देवभूमि उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु अपने “विकल्प रहित संकल्प” के साथ निरंतर कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में सरकार द्वारा चलाए जा रहे लैंड जिहाद, थूक जिहाद, अतिक्रमण ,धर्मांतरण जैसे विषयों को भी रखा और कहा कि उनकी सरकार देवभूमि का सांस्कृतिक स्वरूप नहीं बदलने देगी।

फिलॉस्फी एंड एक्शन ऑफ आरएसएस फॉर द हिंद सुराज पुस्तक की प्रस्तावना लिखने वाले प्रज्ञा प्रवाह के संयोजक व  आरएसएस के चिंतक जे. नन्द कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ शताब्दी वर्ष मना रहा है, इस पुस्तक को जब लिखा जा रहा होगा तब संघ का देश में एक छोटा सा स्वरूप रहा होगा और उस समय जब विभाजन हुआ ,देश आजाद हुआ उस दौरान जो भी इस देश में हुआ उसमें संघ के द्वारा देखी अथवा महसूस की गई सेवाओं को देखते हुए लेखक एंथोनी ने  भविष्य के भारत को संघ के हाथों में सुरक्षित  बताया। उन्होंने कहा कि देश में आज जिस भूमिका में आरएसएस है इसके बारे में लेखक ने कई विषय पूर्व में लिख दिए थे ,इसलिए ये पुस्तक पुनः प्रकाशित किए जाने पर विचार किया गया ।

प्रभात प्रकाशन के स्वामी प्रभात कुमार ने इस अवसर पर सभी अतिथियों से पुस्तक का विमोचन करवाते हुए पाठकों को समर्पित किया।

 

Topics: RSS पुस्तकहिंद सुराजRSS शताब्दीफादर एंथोनीप्रभात प्रकाशनसंघ दर्शनराष्ट्रीय स्वयंसेवक संघRSS विचारधारापुष्कर सिंह धामीधार्मिक समरसतादत्तात्रेय होसबालेदेवभूमिहिंदू पुनर्जागरण
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

उत्तराखंड छात्रवृत्ति घोटाला: CM धामी ने SIT जांच के दिए निर्देश, सनातनी स्कूलों के नाम का दुरुपयोग कर हुआ मुस्लिम घपला

उत्तराखंड में पीएम ई-बस सेवा की तैयारी

उत्तराखंड में जल्द शुरू होगी पीएम ई-बस सेवा : सीएम धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी

मानसून सीजन में सभी अधिकारी 24 घंटे अलर्ट मोड में रहें, सीएम धामी ने अधिकारियों को दिए निर्देश

हरिद्वार कांवड़ यात्रा 2025 : 4 करोड़ शिवभक्त और 8000 करोड़ का कारोबार, समझिए Kanwar Yatra का पूरा अर्थचक्र

RSS Chief mohan ji Bhagwat

महिला सक्षमीकरण से ही राष्ट्र की उन्नति- RSS प्रमुख डॉ. मोहन भागवत जी

Nanda Devi Rajjat yatra

नंदा देवी राजजात यात्रा: विश्व की सबसे बड़ी पैदल यात्रा की तैयारियां शुरू, केंद्र से मांगी आर्थिक मदद

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

पूर्व डीआईजी इंद्रजीत सिंह सिद्धू चंडीगढ़ की सड़कों पर सफाई करते हुए

पागल या सनकी नहीं हैं, पूर्व DIG हैं कूड़ा बीनने वाले बाबा : अपराध मिटाकर स्वच्छता की अलख जगा रहे इंद्रजीत सिंह सिद्धू

जसवंत सिंह, जिन्होंने नहर में गिरी कार से 11 लोगों की जान बचाई

पंजाब पुलिस जवान जसवंत सिंह की बहादुरी : तैरना नहीं आता फिर भी बचे 11 लोगों के प्राण

उत्तराखंड कैबिनेट बैठक में लिए गए फैसलों से जुड़ा दृश्य

उत्तराखंड : कैबिनेट बैठक में कुंभ, शिक्षा और ई-स्टैंपिंग पर बड़े फैसले

मोदी सरकार की रणनीति से समाप्त होता नक्सलवाद

महात्मा गांधी के हिंद सुराज की कल्पना को नेहरू ने म्यूजियम में डाला : दत्तात्रेय होसबाले जी

BKI आतंकी आकाश दीप इंदौर से गिरफ्तार, दिल्ली और पंजाब में हमले की साजिश का खुलासा

CFCFRMS : केंद्र सरकार ने रोकी ₹5,489 करोड़ की साइबर ठगी, 17.82 लाख शिकायतों पर हुई कार्रवाई

फर्जी पासपोर्ट केस में अब्दुल्ला आज़म को बड़ा झटका, हाईकोर्ट ने याचिकाएं खारिज कीं

अवैध रूप से इस्लामिक कन्वर्जन करने वाले आरोपी अब पुलिस की गिरफ्त में हैं।

आगरा में इस्लामिक कन्वर्जन: मुख्य आरोपी रहमान के दो बेटे भी गिरफ्तार, राजस्थान के काजी की तलाश कर रही पुलिस

नोएडा से AQIS संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार - गुजरात ATS की कार्रवाई

नोएडा से AQIS के 4 आतंकी गिरफ्तार : गुजरात ATS ने किया खुलासा- दिल्ली NCR में थी आतंकी हमले की योजना!

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • जीवनशैली
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies