जज ने भरे कोर्ट में वकील को टोका, बोले- ‘मीलॉर्ड’ नहीं, यह कहकर बुलाएं...
July 21, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

जज ने भरे कोर्ट में वकील को टोका, बोले- ‘मीलॉर्ड’ नहीं, यह कहकर बुलाएं…

भारत की अदालतों में जजों को ‘मीलॉर्ड’ या ‘योर लॉर्डशिप’ कहकर बुलाने की पुरानी परंपरा अब सवालों में है। कई जजों ने कहा है कि यह अंग्रेजों के समय की परंपरा है और अब इसकी जरूरत नहीं है।

by Mahak Singh
Jul 21, 2025, 03:24 pm IST
in भारत
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

भारत की अदालतों में वकीलों द्वारा न्यायाधीशों को ‘मीलॉर्ड’ या ‘योर लॉर्डशिप’ कहकर संबोधित करने की पुरानी परंपरा अब सवालों के घेरे में है। समय-समय पर देश की विभिन्न अदालतों में खुद न्यायाधीशों ने इस पर आपत्ति जताई है। हाल ही में पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने एक मामले की सुनवाई के दौरान वकील को टोका, जब उसने उन्हें ‘योर लॉर्डशिप’ कहकर संबोधित किया। चीफ जस्टिस ने कहा, “नहीं, नहीं। सारे लॉर्डशिप तो 1947 में ही इस देश को छोड़कर चले गए थे। हमें ‘सर’ या ‘योर ऑनर’ कहिए, बस इतना ही काफी है।” इस टिप्पणी से साफ है कि अब न्यायपालिका में भी अंग्रेजों के समय की बची-खुची औपचारिकताओं को समाप्त करने की सोच बन रही है।

गुलामी की परंपरा का प्रतीक- ‘मीलॉर्ड’ और ‘योर लॉर्डशिप’ जैसे शब्द ब्रिटिश राज की न्याय व्यवस्था से जुड़ी औपचारिकताएं हैं। जब भारत गुलाम था, तब अंग्रेज न्यायाधीशों को इसी तरह संबोधित किया जाता था। आजादी के इतने वर्षों बाद भी यह परंपरा अदालतों में जारी है, जिससे कई लोग असहज महसूस करते हैं।

साल 2011 में पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने इस विषय पर एक ठोस कदम उठाया था। उन्होंने अपने सदस्यों से अनुरोध किया कि वे जजों को ‘सर’ कहें और ‘मीलॉर्ड’ जैसे संबोधन छोड़ दें। उन्होंने इसे गुलामी का प्रतीक बताया और कहा कि वकीलों को अब आज़ाद भारत की भावना के अनुरूप व्यवहार करना चाहिए। यहां तक कि निर्देशों की अवहेलना करने पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई थी। यह कोई पहली बार नहीं है जब किसी न्यायाधीश ने इस परंपरा पर सवाल उठाया हो। मार्च 2021 में पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के जस्टिस अरुण कुमार त्यागी ने कहा था कि वे नहीं चाहते कि उन्हें ‘मीलॉर्ड’ या ‘योर लॉर्डशिप’ कहकर बुलाया जाए। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट में भी यह मुद्दा उठ चुका है। साल 2014 में, सुप्रीम कोर्ट की एक बेंच ने स्पष्ट किया था कि इस तरह के संबोधन अनिवार्य नहीं हैं। बेंच ने कहा था, “हमने कब कहा कि ये जरूरी है? बस हमें सम्मान के साथ संबोधित करें, यही पर्याप्त है।” इससे यह साफ होता है कि खुद न्यायाधीश भी चाहते हैं कि अदालतों में अनावश्यक औपचारिकता से बचा जाए और एक अधिक भारतीय, सहज और सम्मानजनक माहौल बने।

वकीलों की अलग-अलग राय- सभी वकील इस बदलाव के पक्ष में नहीं हैं। कुछ का मानना है कि यह परंपरा न्यायपालिका का सम्मान बनाए रखने का तरीका है। वहीं, कुछ वकील इसे पुराने समय की गुलामी और अधीनता का प्रतीक मानते हैं और बदलाव की जरूरत महसूस करते हैं।

Topics: Punjab and Haryana High Courtjudiciaryपंजाब और हरियाणा हाईकोर्टब्रिटिश न्याय व्यवस्थाBritish judicial system‘मीलॉर्ड’‘योर लॉर्डशिप’
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Air Strip fraud in Punjab

मां-बेटे ने बेच दी भारतीय वायुसेना की एयर स्ट्रिप: 28 साल के बाद हुआ खुलासा तो उड़े होश

Voice president jagdeep dhankarh

उपराष्ट्रपति धनखड़ ने जस्टिस यशवंत वर्मा के घर कैश बरामदगी मामले में एफआईआर न होने पर उठाए सवाल

Operation Sindoor

सेना सीमा पर लड़ रही, आप घर में आराम चाहते हैं: जानिए किस पर भड़के चीफ जस्टिस

Voice president jagdeep dhankarh

उपराष्ट्रपति धनखड़ ने USAID फंडिंग, संसद अवरोध और आपातकाल पर चिंता जताई

Justice Manmohan-judge-Supreme Court

राष्ट्रपति ने दिल्ली हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस मनमोहन को सुप्रीम कोर्ट का जज नियुक्त किया

SC के फैसले पर HC जज की टिप्पणी से CJI नाराज, सुप्रीम कोर्ट ने स्वतः लिया संज्ञान

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी

मानसून सीजन में सभी अधिकारी 24 घंटे अलर्ट मोड में रहें, सीएम धामी ने अधिकारियों को दिए निर्देश

पुणे: खरी भाषा, खरी बात

पुलिस की गिरफ्त में आरोपी।

पश्चिमी यूपी में दंगे भड़काने की साजिश, कांवड़ यात्रा और बजरंग दल थे निशाने पर, पाकिस्तान का वीडियो किया वायरल

भारतीय मजदूर संघ के अखिल भारतीय अध्यक्ष हिरन्मय पंड्या ने सोमवार को दिल्ली के केशव कुंज में पत्रकार वार्ता की।

भारतीय मजदूर संघ के गौरवशाली 70 वर्ष : कार्यक्रम में RSS प्रमुख होंगे मुख्य अतिथि

बांग्लादेश: फाइटर जेट क्रैश में 19 लोगों की मौत, 164 घायल; कॉलेज कैंपस में दुर्घटनाग्रस्त हुआ था विमान

जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ चलेगा महाभियोग, 145 सांसदों के हस्ताक्षर वाला प्रस्ताव लोकसभा अध्यक्ष को सौंपा

NSUI ओडिशा अध्यक्ष उदित प्रधान दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार, पीड़िता ने FIR में लगाए गंभीर आरोप

मुंबई लोकल ट्रेन ब्लास्ट केस: सिर्फ 11 मिनट में हुए थे 7 बम विस्फोट, स्टेशनों पर लगा लाशों का ढेर

बलरामपुर ही क्यों कन्वर्जन का ‘अड्डा’? 3 कस्बे मुस्लिम बहुल; हिंदू आबादी कम

जज ने भरे कोर्ट में वकील को टोका, बोले- ‘मीलॉर्ड’ नहीं, यह कहकर बुलाएं…

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • जीवनशैली
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies