बांग्लादेश के कुमिला जिले में एक हिन्दू युवती से वीभत्स बलात्कार और सोशल मीडिया पर उसका वीडियो वायरल करने की घटना ने पूरे देश को एक बार फिर हिलाकर रख दिया है। आरोपी और उसके सहयोगी पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की कट्टर मजहबी पार्टी बीएनपी के कार्यकर्ता बताए जा रहे हैं। हिन्दू युवती के बलात्कार पर आक्रोशित लोगों ने बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन किए हैं। हालात यहां तक खराब हो गए हैं कि अदालत को स्वत: घटना का संज्ञान लेकर मामले की पूरी जांच करने को कहा गया है। ताजा जानकारी के अनुसार, अभी तक पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है।
यह दर्दनाक घटना मध्य बांग्लादेश के कुमिला जिले में तीन दिन पहले की है। अल्पसंख्यक हिन्दू युवती के साथ कथित बलात्कार का वीडियो सामने आने पर कल पूरे देश में आक्रोश की लहर पैदा हुई, लोग, विशेषकर हिन्दू समुदाय सड़कों पर आ गया। जगह जगह प्रदर्शन किए गए। विरोध प्रदर्शन से ऐसा दबाव बना कि अदालत को इस घटना का संज्ञान लेना पड़ा और पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया।

पकड़े गए लोग बीएनपी के कार्यकर्ता बताए जा रहे हैं। घटना के वक्त युवती घर में अकेली थी। उसके घर में जबरन घुसकर उसका बलात्कार किया गया, पूरा दुष्कर्म वीडियों में रिकार्ड किया गया। इतना ही नहीं, आहत महिला को उसी हालत में खींचकर घर से बाहर ला पटका गया और उसके शरीर पर से बचे—खुचे कपड़े भी उतार फेंके गए। और अपराधी अट्टहास करते रहे, वीडियो बनाते रहे। किसी पड़ोसी की हिम्मत न हुई उस अबला की मदद करने की।
इसके बाद पूरी बेशर्मी से मजहबी उन्मादियों ने पूरी घटना का वीडियो इस ठसक के साथ सोशल मीडिया पर जारी कर दिया कि कोई उनका कुछ बिगाड़ नहीं सकता। मुख्य आरोपी 35 साल का मजहबी उन्मादी बताया गया है। अधिकारियों ने मामले के सिलसिले में उस मुख्य आरोपी के साथ चार अन्य लोगों की गिरफ्तारी की पुष्टि की है।
कुमिला के पुलिस प्रमुख नजीर अहमद खान ने जानकारी दी है कि मुख्य संदिग्ध को ढाका के सईदाबाद इलाके में तड़के एक ऑपरेशन के दौरान हिरासत में लिया गया। पीड़िता की तस्वीर और पहचान सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के अपराध में चार अन्य व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया।
उधर इस घटना के विरोध में ढाका विश्वविद्यालय के छात्रों ने परिसर में विरोध मार्च निकाला। जगन्नाथ हॉल नामक हॉस्टल में रहने वाले छात्रों ने, जिनमें अधिकांश छात्र अल्पसंख्यक समुदाय यानी हिन्दू समुदाय से हैं, ने न्याय की मांग करते हुए अलग-अलग स्थानों पर जुलूस निकालकर अपना आक्रोश व्यक्त किया।
विडम्बना यह है कि आरोपी जिस पार्टी का कथित कार्यकर्ता बताया जा रहा है, उसी पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के महासचिव मिर्ज़ा फ़ख़रुल इस्लाम आलमगीर ने दोषियों के खिलाफ़ कठोर दंड की मांग की है।
इस बीच, उच्च न्यायालय ने परसों एक निर्देश जारी करके अधिकारियों से सोशल मीडिया पर वायरल हुए घटना के वीडियो को तुरंत हटाने को कहा था। दो न्यायाधीशों की पीठ ने संबंधित अधिकारियों से बलात्कार पीड़िता की सुरक्षा सुनिश्चित करने और उसे आवश्यक उपचार प्रदान करने को भी कहा था। मीडिया में आए कुछ समाचारों के अनुसार, घटना का वीडियो वायरल होने के बाद ही पुलिस हरकत में आई थी।

पता चला है कि पीड़िता कुमिला के मुरादनगर उप-जिले में अपने मायके गई थी। वहीं अपराधियों ने रात में घर में घुसकर उस वारदात को अंजाम दिया था। पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के पुत्र साजिब अहमद वाजेद, जो अपनी मां के सलाहकार के रूप में काम कर चुके हैं, ने इस घटना पर अपना आक्रोश व्यक्त करने के लिए एक्स पर अपनी पोस्ट में लिखा कि यूनुस के पिछले 11 महीनों के शासन में उन्मादी भीड़ के हमलों, आतंकवाद और बलात्कार की घटनाओं में वृद्धि देखने में आई है।
पिछले साल अगस्त में हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग सरकार के पतन के बाद बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदायों, विशेषकर हिन्दुओं के खिलाफ हिंसा में तेजी आई है। मजहबी उन्मादी तत्व हिन्दुओं को आतंकित करना अपना ‘मजहबी फर्ज’ समझने लगे हैं। अंतरिम सरकार तले उन्हें कानून का कोई डर नहीं रहा है। पुलिस भी अधिकांशत: उनके समर्थन में खड़ी दिखाई देती है। इस घटना में भी संभवत: वीडियो वायरल न होता और ढाका में प्रदर्शन न होते तो पुलिस आरोपियों को नहीं पकड़ती।
Delhi-based journalist with 25+ years of experience, covering India and abroad. Interests include foreign relations, defense, socio-economic issues, diaspora, and Indian society. Enjoys reading and watching documentaries on travel, history, geopolitics, and wildlife.
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