अखिल भारतीय साहित्य परिषद द्वारा डॉ. राधाकृष्णन केंद्रीय पुस्तकालय जयपुर के सभागार में प्रांत स्तरीय कहानीकार सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। सम्पूर्ण प्रांत में चार आयु वर्गों में परिवार भाव,कुटुंब भाव पर कहानी लेखन प्रतियोगिता में श्रेष्ठ 12 चयनित कहानीकारों का भव्य सम्मान किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ.सूरज सिंह नेगी ने भारतीय कहानी परंपरा पर प्रकाश डालते हुए दादी नानी आदि की पारिवारिक कहानियों को जुड़ाव व संस्कार निर्माण का माध्यम बताते हुए वर्तमान में इसकी महती आवश्यकता बताई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पाथेय कण पत्रिका के संपादक रामस्वरूप अग्रवाल ने भारतीय वसुधैव कुटुंबकम् व पारिवारिक स्वरूप पर प्रकाश डालते हुए केवल अपने लिए नहीं बल्कि सबके लिए का सदभाव परिवार व कुटुंब को श्रेष्ठ बनाता है।
विशिष्ट अतिथि डा.आशा शर्मा ने कहानी विधा की तात्विक विवेचना करते हुए पाठक के हृदय पर कहानी के त्वरित प्रभाव का विश्लेषण किया। प्रदेश संरक्षक डॉ मथुरेश नंदन कुलश्रेष्ठ ने कहानी लेखन की आवश्यकता को परिभाषित किया।
प्रांत अध्यक्ष डॉ. ओम प्रकाश भार्गव ने स्वागत उद्बोधन प्रस्तुत करते हुए वर्तमान में मानवीय संबंधों एवं परिवार में टूटन को रोकने के लिए परिवार भाव से ओत प्रोत कथा साहित्य लेखन का आह्वान किया।
क्षेत्रीय महामंत्री डॉ.केशव शर्मा ने साहित्य परिषद के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए साहित्यकारों को भारतीय संस्कृति एवं मूल्यों पर आधारित लेखन की महती आवश्यकता बताई। प्रांत संरक्षक डॉ कुसुम शर्मा,प्रांत सह मंत्री डॉ.संजय यादव,क्षेत्रीय कोषाध्यक्ष इंद्र कुमार भंसाली ने कहानीकारों को भारतीय मूल्य व परिवार आधारित लेखन हेतु प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम संयोजक विकास बागड़ा,सह संयोजक वीर कुमार जैन,पुरूषोतम गुप्ता ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया। क्षेत्रीय संगठन मंत्री डा. विपिन चंद्र पाठक ने मार्गदर्शन प्रदान किया।
संचालन डॉ. भरत चतुर्वेदी ने किया। इस अवसर पर विद्याराम गुर्जर,श्री कांत भारद्वाज,इंद्रकुमार उपाध्याय,देवेंद्र भारद्वाज,पवन भारद्वाज सहित वरिष्ठ साहित्यकार राव शिव प्रताप सिंह एवं रंजिता जोशी तथा विभिन्न जिलों से आए साहित्यकारों में डॉ चंद्र प्रकाश त्रिवेदी,हरि ओम हरि,रमाकांत शर्मा,पी के शर्मा,गुरुदयाल भारती,डी आर पदम,नवनीत गौड,आदि उपस्थित थे।
प्रांत स्तर पर श्रेष्ठ कहानीकार कोटपुतली की नेहा केशवानिया, चुरू के निकिता व विजयकांत,झुंझुनूं के लक्ष्य शर्मा,अमित कुमार व नेहा शर्मा,करौली की एषणा सनाढ्य,भरतपुर की दिवी व अर्चना,सीकर की वंदना, डीग के चिराग सक्सेना,टोंक के अवधेश कुमार जैन का भव्य सम्मान किया गया।इस अवसर पर चार कहानीकारों ने परिवार भाव का श्रेष्ठ कहानियां प्रस्तुत कर श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया।
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