घर वापसी: मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के महादेवगढ़ मंदिर में शनिवार को आयोजित एक विशेष धार्मिक समारोह में एक महिला ने अपने तीन बच्चों के साथ इस्लाम मत त्याग दिया और सनातन धर्म अपना लिया। इस मौके पर मंदिर परिसर में पूरे विधि-विधान और वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ सभी का शुद्धिकरण और प्रायश्चित संस्कार किया गया।
एक महिला पहले हसीना बी नाम से जानी जाती थी। अब उसने अपना नाम बदलकर रुक्मणी रख लिया है। उनके तीनों बेटों ने भी अपने नाम बदल लिए हैं। फ़रीद अब अक्षय कहलाते हैं, रसिब अब राजकुमार हैं और असलम अब अजय कहलाते हैं। धर्म परिवर्तन के बाद चारों ने भगवान शंकर की महाआरती में भाग लिया और सनातन धर्म की परंपराओं को अपनाने का संकल्प लिया। रुक्मणी (पूर्व में हसीना) ने बताया कि उनका मन लंबे समय से सनातन धर्म की ओर आकर्षित था। उन्होंने कहा कि यह कदम उन्होंने पूरी श्रद्धा और आत्मा की पुकार पर उठाया है। उनका मानना है कि यह ‘घर वापसी’ है, क्योंकि उनके पूर्वज भी कभी सनातन धर्म के अनुयायी थे।
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महादेवगढ़ मंदिर के संरक्षक अशोक पालीवाल ने बताया कि इस वर्ष अब तक एक दर्जन से अधिक लोगों ने इस तरह की घर वापसी की है। उन्होंने कहा, “लोगों के मन में सनातन धर्म के प्रति आस्था और आकर्षण लगातार बढ़ रहा है। बहुत से लोग यह मानते हैं कि उनके पूर्वज सनातन धर्म से जुड़े थे, इसलिए वे फिर से उसी परंपरा में लौटना चाहते हैं।” संस्कार में यज्ञ, अभिषेक, शुद्धिकरण और आरती जैसे धार्मिक क्रियाकलाप शामिल थे। मंदिर समिति की ओर से सभी को धर्मग्रंथ भेंट किए गए औरउनका स्वागत किया गया। यह आयोजन शांतिपूर्वक संपन्न हुआ। आयोजकों ने बताया कि जो भी व्यक्ति स्वेच्छा से सनातन धर्म को अपनाना चाहता है, उसके लिए उचित धार्मिक प्रक्रिया के माध्यम से यह मार्ग हमेशा खुला है।
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