तिब्बती बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा 6 जुलाई 2025 को अपना 90वां जन्मदिन मनाने जा रहे हैं। इसी दौरान वह अपने नए उत्तराधिकारी की घोषणा कर सकते हैं। उन्होंने तय किया है कि उनका उत्तराधिकारी चीन से बाहर आजाद दुनिया का होना चाहिए। इस बात का संकेत वो अपनी नई किताब वॉयस फॉर द वॉयसलेस में दे चुके हैं। हालांकि, अब ड्रैगन चीन भी अपनी आंख तरेरने लगा है। उसकी नजर दलाई लामा पर टिकी हुई है।
हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला के मैक्लॉडगंज में निर्वासित बौद्ध सरकार का केंद्रीय तिब्बती प्रशासन दलाई लामा के 90वें जन्म दिन को “करुणा का वर्ष” (जुलाई 2025-जून 2026) घोषित कर चुका है। धर्मशाला में 2 से 4 जुलाई तक सभी तिब्बती बौद्ध संप्रदायों के प्रमुखों की एक विशेष धार्मिक सभा होगी। उसी दौरान संभवत: दलाई लामा अपने उत्तराधिकारी का ऐलान कर सकते हैं। फिलहाल इस रेस में निर्वासित सरकार के मंत्री सिक्यांग, पेम्पा सेरिंग और डिप्टी स्पीकर सोलमा सेरिंग का नाम सामने आ रहा है। CTA के सिक्योंग (निर्वाचित नेता) पेनपा त्सेरिंग ने कहा, “यह वर्ष तिब्बती समुदाय के लिए ऐतिहासिक है। हम उनके शांतिपूर्ण संदेश को और मजबूत करेंगे।”
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क्या है तिब्बती बौद्ध परंपरा
गौरतलब है कि तिब्बती बौद्धों की एक परंपरा है, जिसमें ऐसा कहा जाता है कि दलाई लामा की आत्मा मृत्यु के बाद एक नवजात शिशु में पुनर्जन्म लेती है, जिसे वरिष्ठ भिक्षुओं द्वारा संकेतों और परीक्षाओं के आधार पर चुना जाता है। लेकिन, दलाई लामा इस परंपरा में बदलाव की बात कह चुके हैं। वह कहते हैं कि उनका उत्तराधिकारी कोई वयस्क भी हो सकता है।
क्यों कुढ़ा हुआ है चीन
चीन का कहना है कि तिब्बती बौद्धों का अगला दलाई लामा चीन की सरकार के द्वारा चयनित होगा, जबकि दलाई लामा ये स्पष्ट कर चुके हैं कि अगला दलाई लामा आजाद दुनिया से होगा। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने कहा, “दलाई लामा एक राजनीतिक निर्वासित हैं, जिन्हें तिब्बती लोगों का प्रतिनिधित्व करने का कोई अधिकार नहीं है। उनके उत्तराधिकारी का चयन चीन की सरकार के नियमों के अनुसार होगा।”
पंचेन लामा के चयन में कर चुका है हस्तक्षेप
गौरतलब है कि चीन तिब्बती बौद्धों का सिनिसाइजेशन कर रहा है। वह चाहता है कि वही बौद्धों का अगला दलाई लामा चुने। इससे पहले वर्ष 1995 में उसने पंचेन लामा के चयन में हस्तक्षेप किया था, जब दलाई लामा द्वारा चुने गए 6 वर्षीय बालक को हिरासत में ले लिया गया और उसका आज तक कोई अता-पता नहीं है।
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