दोहा/तेहरान। ईरान ने कतर स्थित अल-उदीद एयर बेस पर “शक्तिशाली और विनाशकारी” मिसाइल हमला किया है। इस एयरबेस पर अमेरिकी सैनिक तैनात हैं। ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) ने एक आधिकारिक बयान में इस हमले की पुष्टि की है और इसे अमेरिका द्वारा ईरानी परमाणु ठिकानों पर किए गए हमले का जवाब बताया है। वहीं, अमेरिका और ईरान के बीच बढ़ते टकराव की वजह से संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और कतर ने अपना एयरस्पेस बंद कर दिया। हालांकि बाद में यूएई ने अपना एयरस्पेस खोल दिया। यूएई में उड़ानें फिर से उतर रही हैं और उड़ान भर रही हैं। यूएई में हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण 10 से अधिक उड़ानों को अपना मार्ग बदलना पड़ा।
इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने कहा, “ईरान इस्लामी गणराज्य, सर्वशक्तिमान ईश्वर और अपने निडर नागरिकों के बल पर, अपनी क्षेत्रीय अखंडता, संप्रभुता और राष्ट्रीय सुरक्षा पर हुए किसी भी हमले को कभी अनुत्तरित नहीं छोड़ेगा।”
16:55 UTC
Qatar airspace – closed
UAE airspace – closed pic.twitter.com/jTVbOwzImD— Flightradar24 (@flightradar24) June 23, 2025
हालांकि, कतर के रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा है कि उसकी वायु रक्षा प्रणाली ने इस मिसाइल हमले को सफलतापूर्वक रोक लिया, और इस हमले में कोई हताहत नहीं हुआ। मंत्रालय ने यह भी कहा कि हमले का निशाना कतर की राजधानी दोहा के समीप स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकाना था।
इस हमले के बाद कतर के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माजिद अल अंसारी ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनका देश अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत जवाब देने का अधिकार सुरक्षित रखता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि देश की संप्रभुता पर हुए इस हमले को गंभीरता से लिया गया है।
वहीं, कतर में अमेरिकी बेस को निशाना बनाने के बाद ईरान ने कहा है कि अल उदीद एयर बेस पर उसका मिसाइल हमला इस सप्ताहांत ईरानी परमाणु स्थलों पर अमेरिका द्वारा गिराए गए बमों की संख्या से मेल खाता है, जो तनाव कम करने की ईरान की संभावित इच्छा को दर्शाता है। ईरान ने सोमवार रात को हमले के बाद अपने सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के एक बयान में यह घोषणा की। ईरान ने यह भी कहा कि उसने बेस को इसलिए निशाना बनाया क्योंकि यह आबादी वाले क्षेत्रों से बाहर था।
(इनपुट हिंदुस्थान समाचार)
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