तमिलनाडु में डीएमके की अगुवाई वाली सरकार छद्म सेक्युलरिज्म की आड़ में लगातार सनातन धर्म को अपमानित करने की कोशिश कर रही है। इसी क्रम में वहां मदुरै शहर में ‘मुरुगा भक्तर्गल मानदु’ सम्मेलन में आयोजित होता है, जिसमें जमकर सनातन धर्म का मजाक उड़ाया जाता है। इस घटना पर आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम पवन कल्याण ने कड़ी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म का सम्मान करने की अपील करते हुए कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर किसी भी धर्म का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
फेक सेक्युलरों को दिखाया आइना
पवन कल्याण ने भगवान मरुगन के भक्तों के सम्मेलन में सनातन धर्म का अपमान करने वालों को आईना दिखाया, जन सेना पार्टी प्रमुख ने कहा कि कुछ लोग सेक्युलरिज्म का इस्तेमाल अपनी सुविधा के अनुसार कर रहे हैं। जन सेना प्रमुख ने कहा कि सेक्युलरिज्म का अर्थ होता है सभी धर्मों का सम्मान करना, लेकिन कुछ लोग इसका इस्तेमाल केवल हिन्दू धर्म को बदनाम करने के लिए ही करते हैं।
क्या इस्लाम पर भी ऐसे ही सवाल उठाते हैं?
आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ने सवाल किया कि क्या कोई कभी इस्लाम (अरब) धर्म पर भी सवाल उठाते हैं। पवन कल्याण कहते हैं कि मैं कोई कट्टरवादी नहीं हूं, लेकिन एक प्रतिब्ध हिन्दू हूं। वह कहते हैं, “मैं ईसाई और इस्लाम का सम्मान करता हूं, लेकिन मेरी आस्था का अपमान न करें।”
सहनशीलता को कमजोरी न समझें
जनसेना प्रमुख ने कथित कार्यक्रमों के नाम पर सनातन धर्म को बदनाम करने वालों को चेतावनी देते हुए कहा कि हिंदुओं की सहनशीलता को उनकी कमजोरी न समझा जाए। हिन्दू एकता का आह्वान करते हुए पवन कल्याण ने कहा कि अगर हिंदू धर्म की आलोचना का सिलसिला नहीं रुका, तो इसका जवाब देना जरूरी हो जाएगा।
क्या है पूरा मामला
ये मामला कुछ यूं है कि मदुरै में हिंदू मुन्नानी संगठन की ओर से आयोजित इस सम्मेलन में लाखों भक्तों ने हिस्सा लिया। इसमें बीजेपी और एआईएडीएमके के नेताओं, जैसे पूर्व तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष के. अन्नामलाई, ने भी शिरकत की। पवन ने भगवान मुरुगन को न केवल तमिलनाडु का, बल्कि पूरे भारत का देवता बताया, जिन्हें उत्तर में कार्तिकेय और आंध्र-कर्नाटक में सुब्रह्मण्य के रूप में पूजा जाता है। उन्होंने कांदा शष्टि कवचम जैसे पवित्र भजनों के अपमान की भी निंदा की। अगर यह सिलसिला नहीं रुका, तो हिंदू धर्म की रक्षा के लिए कड़े कदम उठाने पड़ेंगे।
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