आज आधार कार्ड सिर्फ एक पहचान पत्र नहीं, बल्कि हमारी कई जरूरतों का हल बन गया है। यह भारत सरकार द्वारा जारी किया गया 12 अंकों का यूनिक नंबर होता है, जो हर नागरिक की पहचान का प्रमाण देता है। इसके कई ऐसे फायदे हैं जिनके बारे में बहुत से लोगों को जानकारी नहीं होती।
अगर आपका आधार कार्ड आपके बैंक खाते से जुड़ा है, तो सरकार की ओर से मिलने वाली सब्सिडी जैसे LPG गैस सब्सिडी, किसान सम्मान निधि, राशन आदि की राशि सीधे आपके खाते में आ जाती है। इससे बीच के किसी दलाल की जरूरत नहीं पड़ती और पूरा लेन-देन पारदर्शी होता है। आधार की मदद से आप बहुत से काम मिनटों में कर सकते हैं, जैसे- बैंक में खाता खुलवाना, मोबाइल सिम लेना, म्यूचुअल फंड या डीमैट अकाउंट खोलना। ई-केवाईसी का मतलब है कि आपकी पहचान बिना किसी कागजी दस्तावेज के केवल आधार द्वारा स्थापित की जाती है।
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अब लगभग सभी सरकारी और निजी संस्थान आधार को पहचान और पते के प्रमाण के तौर पर स्वीकार करते हैं। जैसे- गैस कनेक्शन, पासपोर्ट बनवाना, स्कूल या कॉलेज में दाखिला। 0 से 5 साल तक के बच्चों के लिए भी आधार बनवाना जरूरी हो गया है, खासकर स्कूल एडमिशन, सरकारी योजनाएं और स्वास्थ्य सेवाओं के लिए। इस उम्र के बच्चों के आधार में बायोमेट्रिक नहीं होता, और 5 साल पूरे होने पर इसे अपडेट करना होता है। अगर आपके आधार में नाम, जन्मतिथि, पता या मोबाइल नंबर गलत है, तो आप UIDAI की वेबसाइट या SSUP पोर्टल से ऑनलाइन सुधार कर सकते हैं। इसके लिए लाइन में लगने की जरूरत नहीं होती। अब आधार को PAN कार्ड से जोड़ना जरूरी हो गया है। इनकम टैक्स रिटर्न भरने में भी आधार की जरूरत होती है। OTP से लॉगिन करके आप आसानी से और जल्दी टैक्स रिटर्न फाइल कर सकते हैं।
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