कॉरिडोर
सनातन धर्म के सबसे बड़े धाम के रूप में विख्यात श्री बदरीनाथ धाम की नगरी के विकास का खाका खींचा जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की देखरेख में बदरी नगरी को अगले 50 सालों तक श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के मद्देनजर तैयार किया जा रहा है।
उत्तराखंड में श्री बद्रीनाथ धाम कॉरिडोर परियोजना का निर्माण कार्य चल रहा है, जिसका उद्देश्य बेहतर भीड़ प्रबंधन के लिए अलकनंदा नदी के किनारे पर्याप्त पार्किंग, क्लॉकरूम, प्रतीक्षालय और रिवरफ्रंट विकसित करना है। इस परियोजना का सिविल निर्माण गवार कंस्ट्रक्शन लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है तथा वास्तुशिल्प डिजाइन आईएनआई डिजाइन स्टूडियो द्वारा तैयार किया गया है। बर्फबारी से होने वाले नुकसान को रोकने के लिए परियोजना में विशेष सावधानियां बरती जा रही हैं।
यह कॉरिडोर मुख्य सड़क से बद्रीनाथ मंदिर तक जाएगा और नदी के प्रमुख घाटों को जोड़ेगा, जिससे श्रद्धालुओं के लिए दर्शन और यात्रा सुविधाजनक होगी। 85 एकड़ क्षेत्र में म्यूजियम, 8 गैलरी, और मंदिरों को जोड़ने वाले रास्ते भी बनाए जाएंगे। बद्रीनाथ में अंतरराज्यीय बस अड्डा और अन्य नागरिक सुविधाएं भी विकसित की जा रही हैं। यह परियोजना बद्रीनाथ धाम को स्मार्ट आध्यात्मिक पर्वतीय शहर के रूप में विकसित करने की योजना का हिस्सा है, जिसका मास्टर प्लान 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। कॉरिडोर के किनारे रिवरफ्रंट, पार्किंग, सड़क व्यवस्था और सौंदर्यीकरण के कार्य भी किए जा रहे हैं ताकि तीर्थयात्रियों को बेहतर अनुभव मिल सके।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल में देश के सनातन तीर्थ स्थलों के विकास के लिए उल्लेखनीय कार्य हुए हैं। काशी, उज्जैन, बाबा केदारनाथ ,अयोध्या आदि तीर्थस्थलों का रूप रंग बदल गया है। श्री बद्रीनाथ के विषय में भी पीएम मोदी ने अपना विजन दिया है। हमारी सरकार इस पावन कार्य को पूरा करवा रही है।
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