वाराणसी। प्रीति योग में 18 जून को पहली बार विश्व कल्याण, शांति और देशवासियों की रक्षा की कामना से बाबा विश्वनाथ का 17 नदियों, तीन सागर, आठ तीर्थ और चार कूपों के जल से जलाभिषेक किया जाएगा। सनातन रक्षक दल ने बैठक कर तैयारियों पर मंथन किया है। प्रदेश अध्यक्ष अजय शर्मा ने बताया कि 18 जून को बाबा के जलाभिषेक की यात्रा त्रिलोचन दर्शन करके त्रिविष्टक का जल लेकर मणिकर्णिका तीर्थ पहुंचेंगे। मणिकर्णिका से जल लेकर बाबा विश्वनाथ धाम के लिए प्रस्थान करेंगे।
ज्ञान मंडप में संकल्प व पूजन करने के बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक किया जाएगा। जलाभिषेक यात्रा में काशी के विद्वानों और गणमान्यों के साथ काशीवासियों का समूह रहेगा। यात्रा में तीर्थ पुरोहित महासभा से पं. कन्हैया त्रिपाठी, जोशी ब्राह्मण सभा से अमित पांडेय, शिवबारात समिति से दिलीप सिंह, वैदिक विद्वान चंद्रशेखर द्रविड़, सत्यनारायण मिश्रा, गीतकार कन्हैया दुबे केडी, अमलेश शुक्ला, महंत राजनाथ तिवारी, महंत विनय पाण्डेय, सुमित उपाध्याय समेत काफी संख्या में काशीवासी शामिल रहेंगे।
इन पावन नदियों के जल से होगा अभिषेक
बाबा विश्वनाथ का गंगा, यमुना, सरस्वती, किरणा, धूतपापा, असि, वरुणा, मंदाकिनी, कालगंगा, गोदावरी, फल्गु, कैलाश मानसरोवर, शिप्रा, गोमती, सोन नदी के जल से जलाभिषेक होगा। इसके साथ ही श्वेतदीप, क्षीरसमुद्र व सप्तसागर और रामेश्वर तीर्थ, पंच गंगा तीर्थ, मणिकर्णिका तीर्थ, नंदी तीर्थ, ज्ञान तीर्थ, गंगा तीर्थ, धनवंतरिकूप, चंद्रकूप, नागकूप, धर्मकूप के पवित्र जल से बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक होगा।
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