‘राफेल फाइटर प्लेन अमेरिकी F-35 से बेहतर और चीनी विमानों से अधिक सक्षम है। पाकिस्तान की क्षमता ही नहीं है इसे मार गिराने की।’ ये दावा किया है राफेल विमान निर्माता फ्रांस की कंपनी दसॉल्ट एविएशन के सीईओ एरिक ट्रैपियर ने। इसी के साथ उन्होंने पाकिस्तान के उस प्रोपागेंडा को धुआं-धुआं कर दिया है, जिसमें उसने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान राफेल विमानों को मार गिराने का दावा किया था।
लाइव हिन्दुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान ने दावा किया था कि भारत के द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर के दौरान उसने तीन राफेल जहाजों को मार गिराया था। पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ और अन्य अधिकारियों ने दावा किया कि चीनी निर्मित J-10C विमानों और PL-15 मिसाइलों ने यह कामयाबी हासिल की। हालांकि, इन दावों का कोई ठोस सबूत नहीं दिया गया, और सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरें और वीडियो भी संदिग्ध पाए गए। इसी के जबाव में दसॉल्ट एविएशन ने ये बात कही है।
फ्रेंच मैंग्जीन चैलेंजेस से बात करते हुए एरिक ट्रैपियर ने कहा कि हालांकि, आधिकारिक तौर पर भारत सरकार ने कुछ नहीं कहा, इसलिए मुझे अधिक जानकारी नहीं है, लेकिन पाकिस्तान का तीन राफेल मार गिराने का दावा गलत है। इसके साथ ही उन्होंने राफेल की तारीफ करते हुए इसे अमेरिकी F-35 से बेहतर बताया। उन्होंने कहा, “अगर आप हवा से हवा में युद्ध, टोही, जमीनी हमले और परमाणु प्रतिरोध के लिए एक विमान चाहते हैं, तो राफेल सबसे बेहतर है।” हालांकि, उन्होंने स्वीकार किया कि अमेरिकी F-22 की स्टील्थ क्षमताएँ राफेल के लिए चुनौती हो सकती हैं, लेकिन F-35 और चीनी विमानों की तुलना में राफेल की बहुमुखी प्रतिभा और मिशन तत्परता बेजोड़ है।
क्या है राफेल की खासियत
गौरतलब है कि राफेल 4.5 जेनरेशन की श्रेणी का मल्टीरोल फाइटर प्लेन है, जो कि उन्नत सेंसर फ्यूजन, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम (SPECTRA), और MBDA Meteor मिसाइलों से लैश है। इसके साथ ही राफेल की सफलता पायलटों की ट्रेनिंग, रणनीति और नेटवर्क-केंद्रित युद्धक्षमता पर निर्भर करती है। बता दें कि पाकिस्तान के राफेल को मार गिराने के दावों के बाद इसके वैश्विक शेयरों में 7-10 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी।
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