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सुप्रिया सुले ने कांग्रेस के मंसूबे पर फेरा पानी, कहा- ‘यह समय भारत की एकजुटता दिखाने का है’

एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने कांग्रेस की ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष सत्र की मांग को खारिज किया। उन्होंने कहा कि यह समय सरकार पर सवाल उठाने का नहीं, बल्कि वैश्विक मंच पर भारत की एकजुटता और आतंकवाद के खिलाफ संकल्प को प्रदर्शित करने का है।

Published by
Kuldeep Singh

‘यह समय राजनीति का नहीं है। यह भारत की सुरक्षा का मामला है। देश पहले आता है, फिर राज्य, फिर पार्टी और फिर परिवार।’ ये बात एनसीपी के शरद पवार गुट की सांसद सुप्रिया कांग्रेस से कही है। उन्होंने कांग्रेस से द्वारा सरकार पर विशेष सत्र बुलाने की कांग्रेस की योजना पर पानी फेर दिया है। सुप्रिया सुले इस वक्त ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान को वैश्विक मंचों पर बेनकाब करने के बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल के साथ हैं।

लाइव हिन्दुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार, सुले का मानना है कि ये वक्त सरकार से तीखे सवाल करने की जगह वैश्विक स्तर पर भारत की एकजुटता को प्रदर्शित करने का है। कांग्रेस द्वारा विशेष सत्र बुलाने के लिए सहमति हस्ताक्षर के लिए संपर्क किए जाने का खुलासा किया। उन्होंने बताया कहा कि मैंने कांग्रेस को कह दिया है कि इस वक्त मैं देश से बाहर हूं और ये सही समय नहीं है। मैंने उन्हें सलाह दी है कि मेरे वापस आने के बाद ही हम इस पर बात करेंगे। लेकिन, उससे पहले ही कांग्रेस ने पत्र भेज दिया है।

सवाल करेंगे, लेकिन सही वक्त पर

भारत सरकार के बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल सुले का कहना है कि हम इस पर सरकार से सवाल अवश्य करेंगे, केवल एनसीपी ही नहीं, सभी दल इस पर सवाल जबाव मांगेंगे, लेकिन सही वक्त आने पर। अभी वक्त है दुनिया को ये दिखाने का कि हम आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हैं।

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क्या है पूरा मामला

गौरतलब है कि पहलगाम आतंकी हमला और ऑपरेशन सिंदूर के बाद विदेशों में भारत सरकार द्वारा बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजा गया है। लेकिन, दूसरी ओर राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस सरकार लगातार युद्ध उन्माद भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर कांग्रेस के नेता लगातार सीजफायर को लेकर सरकार को बदनाम करने की कोशिशें कर रहे हैं। इसी मंशा के तहत कांग्रेस समेत 16 विपक्षी पार्टियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर विशेष सत्र बुलाने की मांग की है।

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