राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 12 देशों के नागरिकों की अमेरिका में एंट्री को अवैध करार दे दिया है। उन्होंने इसके लिए घोषणापत्र पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। 9 मई की आधी रात से उनका ये आदेश देश में प्रभावी तौर पर लागू हो जाएगा। हालांकि, इस तारीख से पहले जारी किए गए वीजा को रद्द नहीं किया जाएगा।
लाइव हिन्दुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार, डोनाल्ड ट्रंप ने इस मामले को लेकर एक वीडियो जारी किया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि हम हमें देश को नुकसान पहुंचाने वालों को नहीं घुसने दे सकते हैं। उन्होंने दो टूक आरोप लगाया है कि जिन देशों के नागरिकों पर प्रतिबंध लगाया गया है, वे सभी आतंकियों को शरण देते हैं। ट्रंप का कहना है कि इन सभी देशों के नागरिक आपराधिक प्रवृति के हैं। ये लोग वीजा अवधि समाप्त होने के बाद भी हमारे देश में रहते हुए मिल चुके हैं। उन्होंने कोलोराडो में इजरायली नागरिकों पर हुए हमले का भी जिक्र किया। दरअसल, कोलोराडो में इजरायली नागरिक बंधकों की रिहाई को लेकर बीते दिनों प्रदर्शन कर रहे थो तो उसी दौरान मिस्र के एक नागरिक ने उन पर हमला कर दिया था।
किन-किन देशों पर लगा प्रतिबंध
जिन देशों पर ट्रंप ने बैन लगाया है, उसमें लीबिया, सोमालिया, यमन, ईरान, कांगो, म्यांमार, चाड, अफगानिस्तान, इक्वेटोरियल गिनी, हैती, सूडान, लाओस, क्यूबा, बुरुंडी, तुर्कमेनिस्तान, सिएरा लियोन, टोगो, वेनेजुएला औऱ इरिट्रिया शामिल हैं। इन सभी देशों के लोगों को 9 जून के बाद से अमेरिका का वीजा नहीं दिया जाएगा। हालांकि, उससे पहले तक जिन लोगों को वीजा मिला था, उनके ऊपर किसी प्रकार की कोई रोक नहीं होगी।
पहले कार्यकाल में भी लगाया था प्रतिबंध
गौरतलब है कि इससे पहले अपने पिछले कार्यकाल के दौरान राष्ट्रपत डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ा कदम उठाते हुए सात मुस्लिम देशों पर बैन लगा दिया था। हालांकि, बाद में जो बाइडेन सत्ता संभालने के बाद 2021 में ये प्रतिबंध हटा लिए थे।
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