देश में साइबर धोखाधड़ी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जिससे लोगों के साथ-साथ बीमा कंपनियों को भी भारी नुकसान हो रहा है। साल 2024 में बीमा से जुड़ी धोखाधड़ी की वजह से करीब 1.77 अरब रुपये का नुकसान हुआ। यह आंकड़ा पिछले साल के मुकाबले लगभग दोगुना है।इस स्थिति को देखते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में सरकारी बीमा कंपनियों के साथ एक समीक्षा बैठक की। इस बैठक में इन धोखाधड़ियों को रोकने और बीमा क्षेत्र को सुरक्षित बनाने पर चर्चा की गई।
साल 2024 में बीमा धोखाधड़ी की वजह से लोगों को 1.77 अरब रुपये का नुकसान हुआ है। ये पिछले साल से दोगुना है। देश के वित्त मंत्री ने बीमा कंपनियों से कहा है कि अब ग्राहकों की जरूरतें बदल गई हैं, इसलिए बीमा कंपनियों को नए-नए प्रोडक्ट बाजार में लाने चाहिए ताकि लोगों की मदद हो सके।
AI का उपयोग कर बीमा दावे की प्रक्रिया आसान करने और बीमा प्रीमियम की कीमतें युक्तिसंगत करने के निर्देश भी दिए गए। हालांकि भारत में बीमा की पहुंच बढ़ी है लेकिन यह अब भी वैश्विक औसत से कम है। भारत में सामान्य बीमा की पहुंच जीडीपी के 1% के बराबर है, जबकि विश्व स्तर पर यह 4.2% है। बीते वर्षों में बीमा प्रीमियम और दावे के आंकड़ों में भी बढ़ोतरी हुई है। सरकारी कंपनियों का स्वास्थ्य बीमा दावा अनुपात निजी कंपनियों से अधिक रहा है, हालांकि कोरोना काल के मुकाबले अब यह थोड़ा घटा है।
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