भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के बाद पहले ही जून को भारत के लिए बड़ी खुशखबरी सामने आई है। ये खुशखबर यूं है कि एक बार फिर से देश में जीएसटी का कलेक्शन 2 लाख करोड़ के पार चला गया है। ये कलेक्शन मई महीने का है। रविवार को पेश किए गए जीएसटी कलेक्शन के आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलता है कि मई के माह में GST में 16.1 फीसदी की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है।
आज तक की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले महीने केवल घरेलू लेनदेन से ही 1.50 लाख करोड़ रुपए का GST कलेक्शन हुआ था, जो कि करीब 13.7 फीसदी बैठता है। वहीं देश में होने वाले आयातों से भी जीएसटी कलेक्शन में 25.2 फीसदी की बढ़त हुई है। इसमें 51,266 करोड़ रुपए की बढ़त हुई है। वहीं अगर हम केंद्रीय और राज्य जीएसटी को अलग से देखें तो CGST का कलेक्शन 35434 करोड़ रुपए का रहा है, तो SGST का कलेक्शन 43,902 करोड़ रुपयों का रहा है। इस प्रकार से इंटीग्रेटेड जीएसटी का कलेक्शन करीब 1.09 लाख करोड़ रुपए का रहा है।
इसमें Cess 12,879 करोड़ रुपए भी शामिल है। पिछले माह मई में कुल मिलाकर 2.1 लाख करोड़ रुपए का जीएसटी कलेक्शन हुआ था, जिसमें रिफंड के बाद ये 1.74 लाख करोड़ रुपए रहा। ये पिछले साल की तुलना में 20.4 फीसदी अधिक है। हालांकि, इसी अवधि में रिफंड में 4 फीसद की गिरावट भी दर्ज की गई है, जो कि करीब 27,210 करोड़ रुपए बैठता है। वहीं पिछले वर्ष की इसी अवधि से इसकी तुलना करें तो ये 1.72 लाख करोड़ रुपए रहा था।
अप्रैल से कुछ कम है कुल कलेक्शन
गौरतलब है कि अगर इसी साल अप्रैल में हुए जीएसटी के कलेक्शन के आकंड़ों से मई के कलेक्शन की तुलना करें तो पाएंगे कि इसमें कुछ गिरावट अवश्य आई है। अप्रैल में कुल जीएसटी कलेक्शन 2.37 लाख करोड़ रुपए था, जो कि अब तक का सबसे हाईएस्ट था। जबकि, इसके पिछले माह यानि कि मार्च में यह 1.96 लाख करोड़ रुपए ही था। उससे पहले फरवरी में जीएसटी के कलेक्शन में जनवरी के मुकाबले थोड़ी गिरावट देखने को मिली थी। जहां जनवरी में जीएसटी का कलेक्शन 1.96 लाख करोड़ रुपए था, तो फरवरी में यह 1.83 लाख करोड़ ही रहा था। इस प्रकार से अगर देखें तो जीएसटी का कलेक्शन असमान रहा है। हालांकि, थोड़ी गिरावटों के बाद भी देश का जीएसटी कलेक्शन साल दर साल बढ़ा है।
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