सनातन संस्कृति की धरती काशी में वैदिक मंत्र-चिकित्सा पर आधारित 21 दिवसीय नि:शुल्क आरोग्य शिविर का शुभारंभ हुआ। जो तन, मन और आत्मा के समग्र उपचार की दिशा में एक अभिनव पहल है। भारत में सनातनी परंपराओं में वैदिक मंत्रों का अपना अलग ही स्थान है। शिवपुर बाईपास के निकट शुद्धिपुर में ऋषिव वैदिक अनुसंधान, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र में 25 मई से 15 जून तक मंत्र चिकित्सा शिविर का शुभारंभ किया गया। पहले दिन तीन हजार वैदिक मंत्रों से 90 से ज्यादा मरीजों का चिकित्सा शुरू किया गया। इसमें ब्लड कैंसर, डायबिटीज, ऑटिज्म, किडनी सहित अनेक अन्य रोगों के मरीजों ने हिस्सा लिया। शिविर का आयोजन नव भारत निर्माण समिति और सनातनम द फायर द्वारा किया जा रहा है।
नव भारत निर्माण समिति के सचिव बृजेश सिंह ने बताया कि रोजाना सुबह ॐ और गायत्री मंत्र का जाप और ध्यान कराया जा रहा है। मंत्र विशेषज्ञ रोगियों की बीमारी के अनुसार मंत्र जपते हैं। रोगी लगभग 30 मिनट तक एकाग्रचित्त होकर मंत्र सुनता है।रोगियों को भी दस मिनट तक मंत्रों का जाप कराया जाता है। हर रोगी के मेडिकल हिस्ट्री के अनुसार व्यक्तिगत सेशन भी चलाया जा रहा हैं।
21 दिवसीय मंत्र चिकित्सा शिविर में हिस्सा लेने के लिए पहले से पंजीकरण कराना आवश्यक है। मंत्र चिकित्सा विशेषज्ञ आचार्य अमृतेश कुमार भास्कर और योग एवं आत्म शक्ति विशेषज्ञ आचार्य जितेंद्र प्रताप सिंह के मार्गदर्शन में मरीजों को वैदिक मंत्र आधारित उपचार दिया जा रहा है। इस शिविर में बच्चें भी भाग ले रहे हैं। शिविर का शुभारंभ मुख्य अतिथि कर्नल संदीप शर्मा, प्रो अमिताभ राव और कंचन सिंह परिहार द्वारा किया गया।
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