अगर आप दिल्ली मेट्रो से सफर करते हैं, तो आपको पता होगा कि पीक आवर्स वाले समय में मेट्रो में चढ़ना कितना मुश्किल हो जाता है। खासकर पीक टाइम में तो किसी डिब्बे में खड़ा होने की भी जगह नहीं मिलती। ऐसे में अब दिल्ली मेट्रो ने एक नया तरीका अपनाया है, जिससे यात्रियों को पहले से ही पता चल जाएगा कि ट्रेन के किस डिब्बे में कम भीड़ है और किस में ज्यादा।
कैसे मिलेगी ये जानकारी?
दिल्ली मेट्रो के प्लेटफॉर्म पर जो इलेक्ट्रॉनिक स्क्रीन लगी होती हैं (जिन्हें PIDS – पैसेंजर इंफॉर्मेशन डिस्प्ले सिस्टम कहते हैं), अब वे सिर्फ ट्रेन के आने का समय ही नहीं, बल्कि यह भी दिखाती हैं कि ट्रेन के किस डिब्बे (जैसे C1, C2, C3…) में कितने लोग हैं। हर डिब्बे का वजन उसके खाली वजन से तुलना किया जाता है। इससे यह पता चल जाता है कि उसमें कितने लोग हैं। इसके आधार पर स्क्रीन पर यह दिखाया जाता है कि कौन सा डिब्बा कितना भरा हुआ है – जैसे 30%, 60%, या 90% तक। फिलहाल यह सुविधा ट्रायल (परीक्षण) के तौर पर सिर्फ मैजेंटा लाइन पर शुरू की गई है। बाकी लाइनों पर यह अभी नहीं है, लेकिन अगर ट्रायल सफल रहा, तो आगे चलकर सभी लाइनों पर यह सुविधा दी जा सकती है।
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