पटना, (हि.स.)। बिहार के बोधगया में एक बांग्लादेशी नागरिक को पकड़ा गया है। वह अपनी असली पहचान छुपा कर चोरी छुपे बोधगया के स्लीपिंग बुद्धा मॉनेस्ट्री में बौद्ध भिक्षु बनकर रह रहा था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
जानकारी के अनुसार बोधगया थाना प्रभारी मनोज कुमार सिंह अपने दल-बल के साथ गश्ती कर रहे थे। यहां स्लीपिंग बुद्धा मॉनेस्ट्री में सुरक्षा के दृष्टिकोण से जांच की गई। बुद्धा इंटरनेशनल वेलफेयर मिशन में रहने वाले लोगों का सत्यापन किया गया। इस दौरान एक बौद्ध भिक्षु छुपने लगा। पुलिस ने शक के आधार पर उसे पकड़ा और पूछताछ की। पूछताछ में उसने अपनी पहचान 62 वर्षीय प्रापूल चकमा पिता गानेश्वर चकमा घर अरुणाचल प्रदेश का बताया, लेकिन पुलिस काे शक हुआ कि वह अपनी असली पहचान छुपा रहा है। पुलिस उसे बोधगया थाना लेकर आयी और फिर पूछताछ की। इसके बाद उसने अपनी असली पहचान पवन कांति बरुआ पिता सुकेंदु विकास बरुआ निवासी थाना काठ खाली, बांग्लादेश बताई। पुलिस ने असली पहचान छुपाकर रहने के जुर्म में उसे गिरफ्तार कर लिया।
बनवाया था फर्जी आधार कार्ड
बांग्लादेशी नागरिक ने कुछ दिन पूर्व बंग्लादेश से बिना वीजा पासपोर्ट के भारत में प्रवेश किया था और अरुणाचल प्रदेश में जाकर अपना एक फर्जी आधार कार्ड बनवा लिया। इसके बाद बोधगया के बुद्धा इंटरनेशनल वेलफेयर मिशन (स्लीपिंग बुद्धा) में रहने लगा।
बोधगया थाना प्रभारी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि बांग्लादेशी नागरिक पिछले 15 दिनों से अपनी असली पहचान छुपा कर यहां रह रहा था। पुलिस ने शक के आधार पर जब पूछताछ की तो उसकी असली पहचान सामने आ गई।
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