प्रेस सूचना ब्यूरो (PIB) की तथ्य जांच यूनिट ने मंगलवार को एक वायरल वीडियो का भंडाफोड़ किया, जिसमें एक सेना अधिकारी 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकवादी हमले के लिए भारत सरकार, सशस्त्र बलों और खुफिया एजेंसियों को दोषी ठहरा रहा है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए कथित वीडियो में कथित सेना अधिकारी ने अपना और अपने कमांडिंग ऑफिसर का नाम लेते हुए पिछले महीने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के लिए भारत सरकार को दोषी ठहराया है, जिसमें 26 पर्यटक मारे गए थे। हालांकि,PIB ने कहा कि ये वीडियो फर्जी है और सेना अधिकारी मार्च 2025 के बाद से ड्यूटी पर नहीं आया है और न ही वह अपने रिश्तेदारों के संपर्क में है। उन्होंने कहा, “कृपया सतर्क रहें। ऐसे किसी भी वीडियो के झांसे में न आएं।”
#पहलगाम आतंकी हमले के संबंध में केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए भारतीय सेना के भगोड़े जवान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। #PIBFactCheck
✅ वीडियो में दिखाई दे रहा जवान मार्च 2025 से अपनी ड्यूटी पर उपस्थित नहीं था, न ही परिजनों के संपर्क में था
✅ कृपया सतर्क रहें।… pic.twitter.com/V3viftB9OT
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) May 13, 2025
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इस बीच, लापता सैनिक का वीडियो फैलाने वाले अकाउंट को भारत में “कानूनी मांग के जवाब में” रोक दिया गया है। सेना सूत्रों के अनुसार, राइफलमैन छुट्टी के लिए आवेदन देने के बाद से लापता है। इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है और ऐसा प्रतीत होता है कि वीडियो दबाव या जबरदस्ती के तहत बनाया गया है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद से इंटरनेट पर गलत सूचनाओं का बोलबाला है। भारत के हमलों से बौखलाए पाकिस्तान ने जनता की धारणा में हेरफेर करने के लिए जानबूझकर सोशल मीडिया पर फर्जी खबरें और गलत सूचनाएं फैलाना शुरू कर दिया है।
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