अलाउद्दीन नाम के रेप के आरोपी को फांसी की सजा मिली थी लेकिन जब कोर्ट से उसे राहत मिल गई तो उसने फिर एक हिंदू नाबालिग बेटी को अपनी हवस का शिकार बनाया। अलाउद्दीन नाम के इस शख्स ने एक सात वर्षीय बच्ची का अपहरण कर लिया और उसके साथ दुष्कर्म किया। सोमवार (12 मई) की सुबह यूपी पुलिस ने बेहननपुरवा (श्रावस्ती) निवासी छोटकऊ उर्फ अलाउद्दीन पुत्र मकबूल खां को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया है। इस शख्स ने बच्ची के साथ हैवानियत करने के बाद उसे सड़क किनारे छोड़ दिया।
वहीं परिजनों ने बच्ची के नहीं मिलने से उसकी खोजबीन शुरू की तो वहां लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाले जाने के बाद सच्चाई सामने आई। इसके बाद लोगों ने बच्ची की खोजबीन शुरू की और थाने पहुंचे। इसके बाद पुलिस सक्रिय हुई और कुछ ही घंटों ने पुलिस ने बच्ची को गंभीर हालत में घर से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर बरामद कर लिया। बच्ची बेहोशी की अवस्था में पाई गई जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इस वारदात के बाद नाबालिग के आरोपी अलाउद्दीन के खिलाफ पहले अपहरण का और फिर मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद में दुष्कर्म का मामला भी दर्ज करवाया। जब पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाली और अपने अन्य स्रोतों जांच की तो इस जांच में आरोपी इकौना के बेहननपुरवा निवासी छोटकऊ उर्फ अलाउद्दीन पुत्र मकबूल खां का नाम सामने आया। पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए कई टीमें लगा दी हैं। सोमवार की सुबह आरोपी छोटकऊ उर्फ अलाउद्दीन देश छोड़कर नेपाल भागने की फिराक में था और ई-रिक्शा से कहीं जा रहा था। पुलिस को मुखबिर से इस बात की खबर मिली तो पूरी टीम सक्रिय हो गई। एसओजी और पुलिस की संयुक्त टीम ने आरोपी को अन्धरपुरवा पुल के पास एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के दोनों पैरों में पुलिस ने गोली मारी है जिसकी वजह से आरोपी घायल हो गया और भाग नहीं पाया। आरोपी को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया। गिरफ्तारी टीम में एसओजी टीम से प्रभारी नितिन यादव, मुख्य आरक्षी रणविजय सिंह, तौफीक खान, अवनीश सिंह, ऋषभ गौड़, अभिषेक सिंह, प्रवीण यादव, सविलांस सेल से अभिषेक सिंह व अमित के साथ ही इकौना थाना प्रभारी अश्वनी कुमार दूबे, उपनिरीक्षक अफजल सलीन खान, प्रेमचंद, विवेक पाण्डेय आदि शामिल रहे।
आरोपी को मिल चुकी है दुष्कर्म और हत्या के मामले में फांसी की सजा
ये कोई पहला मामला नहीं था जब छोटकऊ उर्फ अलाउद्दीन ने किसी के साथ दुष्कर्म किया हो। इससे पहले भी आरोपी अलाउद्दीन पर दुष्कर्म, हत्या और छेड़छाड़ मामले का आरोपी रहा है। इसके पहले आरोपी ने साल 2012 में होली के दिन अपने ही गांव की ही छह वर्षीय नाबालिग को हवस का शिकार बनाया था और फिर सच्चाई को दबाने के लिए उसने उस मासूम की हत्या कर दी थी। इस मामले में आरोपी को निचली कोर्ट से फांसी की सजा हुई थी। इस सजा पर हाईकोर्ट ने भी मुहर लगाई थी लेकिन बाद में सुप्रीम कोर्ट से सबूतों के अभाव में उसे बरी कर दिया गया। इतना ही नहीं साल 2011 में भी इस शख्स ने अपने ही गांव की 10 वर्षीय मासूम के साथ रेप की कोशिश की थी इस मामले में भी कोर्ट ने उसे 10 साल की सजा सुनाई थी। इस मामले में आरोपी सजा काटकर डेढ़ साल पहले जेल से वापस लौट था। कहते हैं कि किसी जुर्म की सजा उसे सुधारने के लिए दी जाती है लेकिन इस हैवान में तो कोई भी बदलाव नहीं आया और इस मामले में पीड़िता की मां को धमकाया। ये मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है। वहीं इसके बाद शुक्रवार (10 मई) को इस शख्स ने एक और सात साल की नाबालिग को अपनी हवस का शिकार बनाया।
एनकाउंटर करके आरोपी को गिरफ्तार करने वाली टीम को पुरस्कार का ऐलान
पुलिस और एसओजी टीम के संयुक्त अभियान के दौरान इस आरोपी को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया गया। इस टीम को एसपी ने 25 हजार रुपये का पुरस्कार देने का ऐलान किया है। पुलिस अधीक्षक घनश्याम चौरसिया ने बताया कि 4 दिन पहले नाबालिग के अपहरण के बाद पुलिस सक्रिय हुई थी और सोमवार को इस टीम को तब कामयाबी मिली जब आरोपी भागने की फिराक में निकला था लेकिन तभी मुखबिर की सूचना पर पुलिस और एसओजी की टीम ने संयुक्त ऑपरेशन में आरोपी का एनकाउंटर किया और दोनों पैरों में गोली मारकर उसे घायल कर दिया और उसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इसके पहले आरोपी साल 2011 और साल 2012 में भी ऐसी वारदातों को अंजाम दे चुका है।
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