पाकिस्तान: जहां बचपन से ही भरा जाता है बच्चों के दिमाग में हिंदुओं के प्रति जहर और वह भी किताबों के जरिये
May 13, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

पाकिस्तान: जहां बचपन से ही भरा जाता है बच्चों के दिमाग में हिंदुओं के प्रति जहर और वह भी किताबों के जरिये

कक्षा दस की उर्दू की किताब में लिखा है कि “चूंकि मुस्लिम मजहब, तहजीब, और सामाजिक व्यवस्था गैर-मुस्लिमों से एकदम अलग है, तो हिंदुओं के साथ रहना मुमकिन नहीं है।“

by सोनाली मिश्रा
May 12, 2025, 11:40 pm IST
in विश्व
एआई से बनी फोटो (credit- grok)

एआई से बनी फोटो (credit- grok)

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

पाकिस्तान इनदिनों अपनी आतंकी करतूतों को लेकर चर्चा में है। आखिर वह केवल आतंक की ही तालीम के लिए क्यों कुख्यात हो गया है? दरअसल समस्या पाकिस्तान के निर्माण की सोच में ही है, जिसकी जड़ें उसकी हिन्दू पहचान से घृणा में धंसी हैं।

पाकिस्तान में यह होता है, किताबों के माध्यम से। यह सब राष्ट्र निर्माण के आधार पर हो रहा है। समय-समय पर कई रिपोर्ट्स अंतर्राष्ट्रीय जर्नल्स में प्रकाशित होती हैं या फिर USCIRF जैसी संस्थाओं में प्रकाशित होती हैं। ये रिपोर्ट्स कई वर्षों से प्रकाशित हो रही हैं और इनमें बताया जाता है कि कैसे एकतरफा झूठ पाकिस्तान में बच्चों के मन में भर दिया जाता है।

USCIRF की वेबसाइट पर वर्ष 2010-11 में करवाए गए एक अध्ययन में यह पाया गया था कि पाकिस्तान में प्राथमिक और सेकंडरी शिक्षा प्रणाली की पुस्तकों में धार्मिक अल्पसंख्यकों और विशेषकर हिंदुओं और ईसाइयों के प्रति पाठ्यक्रम में तो दुराग्रह है ही, साथ ही टीचर्स और उनके साथ पढ़ने वाले बच्चों के व्यवहार में भी दुराग्रह है।

कक्षा दस की उर्दू की किताब में लिखा है कि “चूंकि मुस्लिम मजहब, तहजीब, और सामाजिक व्यवस्था गैर-मुस्लिमों से एकदम अलग है, तो हिंदुओं के साथ रहना मुमकिन नहीं है।“ इसमें लिखा गया है कि इस प्रकार की तालीम भारत के हिंदुओं के साथ हर प्रकार के शांतिपूर्ण संबंधों की हर संभावना को समाप्त कर देती है और साथ ही सबसे बढ़कर यह पाकिस्तान के हिंदुओं को भी बाहरी बना देती है।

इसमें कक्षा सात की उर्दू की पुस्तक के हवाले से यह भी लिखा है कि “”मुसलमानों के दो दुश्मन थे, अंग्रेज़ और हिंदू। ये दोनों ही पाकिस्तान के गठन के खिलाफ थे। एक तरफ अंग्रेजों ने हिंदुस्तान के बंटवारे की योजना को त्याग दिया था, वहीं दूसरी तरफ़ हिंदू पूरे हिंदुस्तान पर कब्ज़ा करके मुसलमानों को गुलाम बनाने की योजना बना रहे थे….”

Journal of International and Comparative Education, v9 n2 p103-118 2020 में Ashar Johnson Khokha ने भी एक रिसर्च पेपर लिखा था। जिसमें यह स्पष्ट किया गया था कि कैसे पाकिस्तानी पाठ्यपुस्तकों के माध्यम से इतिहास को पूरी तरह से तोड़ कर पाकिस्तान में बच्चों के सामने प्रस्तुत किया जाता है। उनके दिमाग में वह सब भरा जाता है, जो सच था ही नहीं। और हिंदुओं और ईसाइयों के खिलाफ उन्हें भड़काया जाता है।

Portrayal of Invaders and Conquerors of Indian Subcontinent: Analysis of History

Textbooks Studied in Pakistani Schools शीर्षक वाले रिसर्च पेपर में लिखा है कि वर्ष 1971 में पाकिस्तानी सेना की हार ने राष्ट्र निर्माण की बहस को तेज किया और राज्य ने यह तय किया कि इस्लाम को पाकिस्तानी पहचान के साथ जोड़ेंगे। एक काल्पनिक पहचान, जो भारतीय उपमहाद्वीप में मुस्लिम आक्रमणकारियों और मुस्लिम शासन से पैदा हुई थी और उसमें ही सम्मिलित थी। भारत के साथ संघर्ष और युद्ध का प्रयोग इस पहचान को और मजबूत तरीके से स्थापित करने के लिए इस्तेमाल किया गया।

जिया उल हक के कार्यकाल में हुए पाठ्यक्रम संशोधन में इस्लाम को ही ऐसा कारक बना दिया जो पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तकों की विषय सामग्री को निर्धारित करने वाला था। यह बताया जाता है कि भारत को लेकर हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच लगातार संघर्ष हुआ और मुस्लिम उस संघर्ष में विजयी हुए और फिर उन्होनें तमाम तरीके के सकारात्मक परिवर्तन किये। हिन्दू उनसे न केवल सैन्य शक्ति में, बल्कि सामाजिक, और सांस्कृतिक रूप से भी कमजोर थे।

पाकिस्तान में सिंधु घाटी सभ्यता को पढ़ाया जाता है मगर आर्यों के विषय में नकारात्मक पढ़ाया जाता है। ऐसा पढ़ाया जाता है कि सिंधु घाटी सभ्यता के वास्तविक उत्तराधिकारी केवल और केवल मुस्लिम ही थे। आर्यों को खानाबदोश और निर्दयी, असभ्य जैसा प्रस्तुत किया जाता है। हिंदुओं और बौद्धों के मध्य अंतर करके बौद्धों को श्रेष्ठ बताया जाता है।

राजपूतों को चालाक, लालची, मुस्लिमों और इस्लाम के खिलाफ बताया जाता है, जिनका कोई भी योगदान विज्ञान, कला, साहित्य में नहीं रहा है।

पाकिस्तान में जिन्ना को नायक बनाकर प्रस्तुत किया जाता है और कांग्रेस को हिन्दू पार्टी के रूप में प्रस्तुत किया जाता है। एक पाकिस्तानी ड्रामा में भी कांग्रेस को हिंदुओं की पार्टी बताकर लीग को ही केवल मुस्लिमों का मसीहा बताया गया था।

यह भी बच्चों को पढ़ाया जाता है कि ये हिन्दू ही थे, जो अंग्रेजों के साथ थे। मुस्लिमों को ऐसी ताकत बताया जाता है, जिसने अंग्रेजों का सामना सबसे पहले करना शुरूकिया।

दरअसल पाकिस्तान का यह झूठा इतिहास ही है, जो बचपन से ही वहां के मुस्लिम बच्चों में यह बात बैठा देता है कि वे मुस्लिम हैं, वे हिंदुओं से अलग हैं, वे श्रेष्ठ हैं, मुस्लिमों के कारण ही तहजीब है आदि आदि और हिंदुओं की एक बहुत विशाल एवं समृद्ध विरासत से उन्हें घृणा करना सिखाया जाता है।

यही कारण है कि वे हिंदुओं से घृणा करते हैं, अपनी जड़ों से घृणा करते हैं और यह घृणा मुनीर जैसे लोगों के माध्यम से हर दिन बढ़ती ही जा रही है। और कहीं न कहीं वे ऐसे जोम्बी बना रहे हैं, जिन्हें अपनी घृणा के अतिरिक्त और कुछ दिखाई नहीं देता, घृणा अपनी जड़ों से, घृणा अपनी हिन्दू पहचान से। क्योंकि यही घृणा पाकिस्तान के निर्माण का आधार है और यही घृणा वहाँ की राजनीति का आधार है।

 

 

Topics: पाकिस्तानमुस्लिमपाकिस्तान में हिंदूहिंदूकिताबों में झूठकिताबों में हिंदुओं के प्रति घृणा
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Operation sindoor

भारत और पाकिस्तान के DGMO के बीच हुई वार्ता, जानें क्या रहे मुद्दे

प्रधानमंत्री मोदी का राष्ट्र के नाम संबोधन

“ऑपरेशन सिंदूर न्याय की अखंड प्रतिज्ञा है”, राष्ट्र के नाम PM मोदी के संबोधन की मुख्य बातें

Navneet Rana threaten by Pakistan

‘न सिंदूर रहेगा, न ही सिंदूर लगाने वाली’, BJP नेता नवनीत राणा को पाकिस्तान से मिली हत्या की धमकी

पाकिस्तानी सेना का बड़बोला और झूठ फैलाने में माहिर प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी

उजागर हुए जिन्ना के देश की फौज के जिहादियों के साथ रिश्ते, बड़बोले प्रवक्ता चौधरी का अब्बू था अल कायदा का करीबी

प्रतीकात्मक चित्र

पाकिस्तान में बड़ा हमला: पेशावर में आत्मघाती विस्फोट, बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सैनिकों के हथियार छीने

भारत की सख्त चेतावनी, संघर्ष विराम तोड़ा तो देंगे कड़ा जवाब, ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के 3 एयर डिफेंस सिस्टम ध्वस्त

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

एआई से बनी फोटो (credit- grok)

पाकिस्तान: जहां बचपन से ही भरा जाता है बच्चों के दिमाग में हिंदुओं के प्रति जहर और वह भी किताबों के जरिये

Operation sindoor

भारत और पाकिस्तान के DGMO के बीच हुई वार्ता, जानें क्या रहे मुद्दे

प्रधानमंत्री मोदी का राष्ट्र के नाम संबोधन

“ऑपरेशन सिंदूर न्याय की अखंड प्रतिज्ञा है”, राष्ट्र के नाम PM मोदी के संबोधन की मुख्य बातें

PM मोदी का कड़ा संदेश: आतंक के खिलाफ भारत की नीति ऑपरेशन सिंदूर, पानी और खून साथ नहीं बहेगा, Pak से बात होगी तो POK पर

Operation sindoor

‘I Love India’ राफेल पर फ्रांस की गूंज से थर्राया पाकिस्तान! ऑपरेशन सिंदूर को मिला अंतरराष्ट्रीय समर्थन

बांग्लादेशी मूल की अंबिया बानो ने काशी में सनातन धर्म स्वीकार किया

लंदन में पली-बढ़ी बांग्लादेशी मुस्लिम महिला ने काशी में अपनाया सनातन धर्म, गर्भ में मारी गई बेटी का किया पिंडदान

प्रतीकात्मक तस्वीर

पाकिस्तान की हिरासत में भारतीय महिला पायलट का फर्जी वीडियो वायरल, ये है पूरी सच्चाई

ट्रोलर्स का घृणित कार्य, विदेश सचिव विक्रम मिस्री और उनके परिवार की कर रहे ट्रोलिंग, महिला आयोग ने की निंदा

Indian army press breafing

भारतीय सेना ने पाकिस्तान को दिखाया आईना, कहा- हम अगले मिशन के लिए हैं तैयार

प्रतीकात्मक तस्वीर

पकिस्तान का भारतीय एयरफील्ड तबाह करने का दावा भी निकला फर्जी, वीडियो का 5 सेकंड का एडिट हिस्सा सबूत के तौर पर दिखाया

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies