मार खाने पर शांति की बात और फिर उसका उल्लंघन पाकिस्तान की पुरानी आदत बन गई है। 4 दिनों तक चले ऑपरेशन सिंदूर में मुंह की खाने के बाद शनिवार की शाम को दोनों ही देशों के बीच सीजफायर हो गया, लेकिन उसके कुछ घंटे के बाद ही पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन करते हुए कश्मीर से राजस्थान और गुजरात तक सीमा पर गोलीबारी की। इसके बाद इंडियन आर्मी ने सख्त तेवर अपना लिया, जिसके बाद आज पाकिस्तान ने कहीं भी हमला नहीं किया।
रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को जम्मू में हालात सामान्य रहे। 10-11 मई की दरम्यानी रात में पाकिस्तान ने दोबारा से अब सीजफायर का उल्लंघन नहीं किया। सबसे अधिक पाकिस्तान के हमले का शिकार रहे पुंछ में भी शांति रही। उरी और बारामुल्ला सेक्टर में भी शांति का माहौल देखने को मिला।
अमृतसर में प्रशासन अलर्ट पर
वहीं दूसरी ओर पंजाब के अमृतसर में भी शांति बनी हुई है, लेकिन जिला प्रशासन अलर्ट पर है। लोगों को घरों के भीतर ही रहने की सलाह दी गई है। जिले के कलेक्टर ने एक एडवायजरी में कहा है कि हालात सामान्य होने के बाद एक सायरन बजाया जाएगा, जिसके जरिए आपको सूचित किया जाएगा कि अब आप अपने दिनचर्या के कार्य कर सकते हैं और सामान्य जीवन जी सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने लोगों को अपने घरों की लाइटें बंद रखने और घरों की खिड़कियों से दूर रहने की सलाह दी है।
गौरतलब है कि 10 मई की शाम को 5 बजे अमरिका की मध्यस्थता के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर हुआ। समझौते के कुछ ही घंटे बाद जम्मू-कश्मीर, गुजरात और राजस्थान की सीमा पर ड्रोन दिखे। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी कहा कि उन्होंने श्रीनगर में धमाकों की आवाजें सुनीं। समाचार एजेंसी ANI ने इसकी जानकारी दी। वहीं सेना की तरफ से बयान आया है कि श्रीनगर में कोई धमाका नहीं हुआ। एलओसी पर भी फायरिंग नहीं हुई।
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा, “भारत और पाकिस्तान के DGMO के बीच जो पिछले कुछ दिनों से चल रही सैन्य कार्रवाई को रोकने का समझौता आज शाम को हुआ था, पिछले कुछ घंटों से उस समझौते का पाकिस्तान की ओर से घोर उल्लंघन हो रहा है। भारतीय सेना जवाबी कार्रवाई कर रही है, इस सीमा अतिक्रमण से निपट रही है, यह अतिक्रमण अत्यंत निंदनीय है और पाकिस्तान इसके लिए जिम्मेदार है। हमारा मानना है कि पाकिस्तान इस स्थिति को ठीक से समझे और इस अतिक्रमण को रोकने के लिए तुरंत उचित कार्रवाई करे। सेना इस स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए है और उसे किसी भी अतिक्रमण से निपटने के लिए ठोस और सख्त कदम उठाने के लिए आदेश दे दिए गए हैं।”
टिप्पणियाँ