जो कहते थे पहले कि बदला कब, बदला कब, वे ही अब कह रहे रहे, युद्ध नहीं, युद्ध नहीं!
July 10, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

जो कहते थे पहले कि बदला कब, बदला कब, वे ही अब कह रहे रहे, युद्ध नहीं, युद्ध नहीं!

भारत में एक बहुत बड़ी लॉबी है, जिसे सरकार से हर प्रकार से समस्या है। सरकार का अर्थ मोदी सरकार या कहें भाजपा सरकार।

by सोनाली मिश्रा
May 10, 2025, 04:57 pm IST
in भारत
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

भारत में एक बहुत बड़ी लॉबी है, जिसे सरकार से हर प्रकार से समस्या है। सरकार का अर्थ मोदी सरकार या कहें भाजपा सरकार। यह वही लॉबी है जो भारत में पहले होने वाली हर आतंकी घटना की गंभीरता को नकार देता था।

अब उस लॉबी के सदस्यों में विस्तार हुआ है और नए सदस्य नए कुतर्कों के साथ सामने आते हैं। पहलगाम में जब आतंकियों ने हमला किया था तो नरेंद्र मोदी को कोसने वाले लोग एक बार फिर से सक्रिय हुए। भारत का विपक्ष और भारत के विपक्ष का समर्थन करने वाले सभी लोग अचानक से ही शौर्य रस की बातें करने लगे। बड़ी-बड़ी बातें होने लगीं कि भारत को प्रतिशोध लेना चाहिए।

आरफा खानम शेरवानी से लेकर नेहा सिंह राठौर तक ऐसे लोग विभिन्न तरीके से मोदी सरकार को उकसाने और कोसने लगे, जो मोदी सरकार के विरोध में ही लगभग रहते हैं। नेहा सिंह राठौर ने एक पोस्ट लिखा था कि “तो क्या अब मान लिया जाए कि पाकिस्तान इस बार भी बच गया? देश का बदला कब पूरा होगा, देश आतंकवादियों के कटे सिर मांग रहा है!”

नेहा सिंह राठौर पर चूंकि यह आरोप लग रहे थे कि वे सरकार का विरोध करती-करती देश का विरोध करने लगी हैं, क्योंकि उनके वीडियो पाकिस्तान द्वारा मोदी सरकार को बदनाम करने के लिए प्रयोग किये जा रहे थे। शायद इसीलिए उन्होनें भारत की सरकार से प्रश्न पूछ डाले थे कि देश का बदला कब पूरा होगा?

मगर जब भारत की सेना ने बदला लेना शुरू किया, तो नेहा सिंह राठौर ही नहीं बल्कि वर्ष 2016 में युद्ध घोषित करने की मांग करने वाले कथित निष्पक्ष पत्रकार विनोद कापड़ी भी भड़क गए और कहने लगे कि #saynotowar…कथित आरजे साइमा जो इजरायल के खिलाफ ईरान के हमले के बाद यह कह रही थीं कि “हम अमन चाहते हैं, मगर ज़ुल्म के खिलाफ, गर जंग लाजमी है तो फिर जंग ही सही”

वही आरजे साइमा शांति की बात करने लगीं। और उन्होंने पोस्ट लिखा “हमें बस शांति चाहिए!”

Her tweet when Iran attacked Israel with drones in 2024.
Yesterday, she was trending #SayNoToWar pic.twitter.com/MhHc7CZ7K6

— Rishi Bagree (@rishibagree) May 9, 2025

यही हाल आरफा खानम का रहा। पहलगाम पर हुए हमले के बाद उनके पोस्ट का एक स्क्रीन शॉट वायरल हो रहा है, जिसमें लिखा गया है कि हमला पाकिस्तानी आतंकवादियों ने किया है। आप पाक्सितान पर हमला कीजिए, और हमेशा के लिए नेस्तनाबूद कर दीजिए। अपने ही देश के मुस्लिमों से झगड़ कर आप क्या हासिल करना चाहते हैं?

उसके बाद उनका एक और पोस्ट वायरल हो रहा है, कि युद्ध विध्वंस है। शांति ही देशभक्ति है। सीमाओं से खून नहीं आता, लोगों से आता है। युद्ध रोका जाए! मगर यह समझ नहीं आता कि ये लोग किससे युद्ध रोकने की बात कर रही हैं, क्योंकि युद्ध भारत ने आरंभ नहीं किया है। यही लोग तो न्याय चाहते थे और पाकिस्तानी आतंकियों पर कार्यवाही चाहते थे, फिर भारत द्वारा आतंकी अड्डों पर हमले के बाद इनके सुर बदल क्यों गए?

इतना ही नहीं एजेंडा पत्रकारिता करने वाली सबा नकवी ने लिखा कि “युद्ध सभी के लिए विनाश है। लोग डरे हुए हैं, सैनिकों की जान जाती है और अर्थव्यवस्था को नुकसान होता है। युद्ध सोशल मीडिया या टीवी स्टूडिओ में नहीं लड़े लड़े जाते हैं।

War is a disaster for all concerned? Really @_sabanaqvi ? Would you say the same thing for j ihad? Keep you sermon and selective peace talks to yourself. pic.twitter.com/XwV6bT8878

— Sharmishta Sharma (@AnObserversView) May 9, 2025

ऐसे तमाम लोगों के पोस्ट सोशल मीडिया पर है, जो अब युद्ध नहीं चाहते हैं। मगर अब युद्ध क्यों नहीं चाहते हैं, यह समझ नहीं आ रहा है? ये वही लोग हैं, जो बांग्लादेश से लेकर पाकिस्तान तक हिंदुओं के मारे जाने पर चुप्पी साध लेते हैं। इन्हें हिंदुओं के प्रति होने वाली हिंसा से कोई अंतर नहीं पड़ता है।

जबकि भारत ने तो केवल और केवल उन्हीं आतंकी अड्डों पर हमला किया है, जिनके कारण पाकिस्तान आतंक की फैक्ट्री बना हुआ था। ये वही लोग हैं, जिन्होंने आज तक यह सवाल पाकिस्तान से नहीं किया है कि आखिर ओसामा बिन लादेन क्यों पाकिस्तान में रह रहा था? आज तक यह नहीं पूछा है कि आखिर कसाब क्यों भारत में निर्दोषों की जान लेने आया था? इनके पास से ऐसे सवाल आ ही नहीं सकते हैं, जो भारत के नागरिकों के प्रति न्याय की बात करते हों।

यही इनका दोगलापन है कि वे सैनिकों का मनोबल गिराने के लिए कथित शांति की बातें करते हैं, मगर सीमा पार के आतंक के चलते जब सैनिक बिना युद्ध के मारे जाते हैं, तब एक लंबे मौन पर चले जाते हैं।

Topics: नेहा सिंह राठौरभारत पाकिस्तान संबंधहिंदुओं पर हिंसाभारत की सैन्य कार्रवाईमोदी सरकार विरोधIndian Government Criticismआतंकी हमला पहलगामपाकिस्तान का आतंकी समर्थनओसामा बिन लादेन पाकिस्तान26/11 हमला
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

SCO Summit Rajnath Singh

SCO समिट में चीन-पाक की चाल पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का चेक मेट, ज्वाइंट स्टेटमेंट पर नहीं किया हस्ताक्षर

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

आखिर क्यों भारत के सामने गिड़गिड़ा रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ?

लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ

“पानी रोकोगे तो सांस रोक देंगे”, सिंधु जल संधि पर पाक सेना प्रवक्ता का भारत को धमकीभरा बयान

प्रतीकात्मक तस्वीर

ऑपरेशन सिंदूर: प्रतीकों की पुकार, संकल्प की हुंकार

अब अगर आतंकी हमला हुआ तो माना जाएगा ‘युद्ध’ : पाकिस्तान को भारत की अंतिम चेतावनी

यह युद्ध नहीं, राष्ट्र का आत्मसम्मान है! : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने ऑपरेशन सिंदूर को सराहा, देशवासियों से की बड़ी अपील

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

‘अचानक मौतों पर केंद्र सरकार का अध्ययन’ : The Print ने कोविड के नाम पर परोसा झूठ, PIB ने किया खंडन

UP ने रचा इतिहास : एक दिन में लगाए गए 37 करोड़ पौधे

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया की आधिकारिक यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया।

प्रधानमंत्री मोदी को नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, 5 देशों की यात्रा में चौथा पुरस्कार

रिटायरमेंट के बाद प्राकृतिक खेती और वेद-अध्ययन करूंगा : अमित शाह

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

लोन वर्राटू से लाल दहशत खत्म : अब तक 1005 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

यत्र -तत्र- सर्वत्र राम

NIA filed chargesheet PFI Sajjad

कट्टरपंथ फैलाने वाले 3 आतंकी सहयोगियों को NIA ने किया गिरफ्तार

उत्तराखंड : BKTC ने 2025-26 के लिए 1 अरब 27 करोड़ का बजट पास

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies