उत्तराखंड

‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद उत्तराखंड में हाई अलर्ट, अमित शाह ने CM और DGP के साथ की सुरक्षा बैठक

पाकिस्तान पर ऑपरेशन सिंदूर के बाद सीमांत राज्यों में सुरक्षा व्यवस्थाओं को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने उच्च स्तरीय बैठक की। उत्तराखंड मुख्य सचिव ने प्रदेशभर में नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल और आपदा प्रबंधन की तैयारियों की समीक्षा की।

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उत्तराखंड ब्यूरो

देहरादून । पाकिस्तान के खिलाफ हुई सैन्य कार्रवाई के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने अपने अधिकारियों के साथ सीमांत राज्यों के मुख्यमंत्रियों और पुलिस के अधिकारियों के साथ आंतरिक सुरक्षाओं के विषय में बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए है।

दूसरी ओर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने प्रदेश में नागरिक सुरक्षा पूर्वाभ्यास के सम्बन्ध में अधिकारियों एवं जिलाधिकारियों के साथ बैठक ली। बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने कहा कि यह पूर्वाभ्यास गतिविधियां/मॉक ड्रिल प्रदेशभर में आयोजित की जाएंगी। मुख्य सचिव ने कहा कि इन पूर्वाभ्यास गतिविधियों से आमजन में किसी प्रकार का पैनिक न हो इसके लिए जनता से लगातार संवाद किया जाए।

उन्होंने कहा कि आम नागरिक को इन मॉक ड्रिल और उसके लाभ से अवगत कराया जाए। आपातकालीन परिस्थितियों में सभी विभागों द्वारा क्या-क्या गतिविधियां और कार्यवाही की जानी है, उसके लिए सभी विभागाध्यक्षों द्वारा अपने स्तर से तैयारियां सुनिश्चित कर ली जाएं। उन्होंने कहा कि यह एक पूर्वाभ्यास कार्यक्रम है, जिससे राज्य के प्रत्येक नागरिक को आपातकालीन परिस्थितियों के लिए तैयार किया जाएगा।

मुख्य सचिव ने कहा कि आपातकालीन एवं विपरीत परिस्थितियों में आमजन को क्या-क्या करना है या क्या नहीं करना है, इसकी जानकारी उपलब्ध करायी जाए। उन्होंने कहा कि इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। उन्होंने विद्यालय एवं अस्पतालों में आपदा से बचाव हेतु जागरूक किए जाने पर भी जोर दिया।

मुख्य सचिव कहा कि पूर्वाभ्यास के साथ ही स्थायी तौर पर आपातकालीन परिस्थितियों के लिए ठोस प्लान तैयार किया जाना चाहिए। इसके लिए राज्य स्तरीय एवं जनपद स्तरीय नागरिक सुरक्षा समितियों को सक्रिय किया जाए। संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील क्षेत्रों को चिन्हित कर लिया जाए।

मुख्य सचिव ने कहा कि आपातकालीन परिस्थितियों में संचार तंत्र फेल होने पर आपातकालीन संचार व्यवस्था, वायरलैस, सैटेलाईट फोन आदि के लिए भी तैयारियां सुनिश्चित कर ली जाएं। उन्होंने इसमें सामुदायिक सहभागिता, आपदा मित्र, मंगल दल, एनएसएस एवं एनसीसी को भी शामिल किए जाने की बात कही। मुख्य सचिव ने बड़े बांध एवं संवेदनशील भवनों में सम्भावित खतरे की स्थिति में सुरक्षा एवं अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं सहित आपदा प्रबन्धन योजना तैयार रखे जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी वाटर हाईड्रेंट्स को सुचारू किया जाएं। नागरिक सुरक्षा की दृष्टि से बड़े भवनों के सुरिक्षत बेसमेंट आदि को तैयार रखा जाए।

इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक  दीपक सेठ, प्रमुख सचिव  आर.के. सुधांशु,  आर. मीनाक्षी सुन्दरम, सचिव  शैलेश बगोली,  नितेश कुमार झा, डॉ. बी.वी.आर.सी. पुरूषोत्तम,  चंद्रेश कुमार यादव, डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, कमिश्नर गढ़वाल  विनय शंकर पाण्डेय एवं सचिव  विनोद कुमार सुमन, महानिदेशक सूचना श्री बंशीधर तिवारी सहित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कमिश्नर कुमाऊं श्री दीपक रावत, जनपदों से जिलाधिकारी, भारतीय सेना के प्रतिनिधि सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

 

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