दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश पर डीडीए प्रशासन ने सोमवार (5 मई) को पुलिस और अन्य विभागों के साथ मिलकर तैमूर नगर नाले के आसपास अतिक्रमण के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। नाले के नौ मीटर के रेंज में कई अवैध इमारतों और उनके ढांचे को बुलडोजर से ध्वस्त किया गया। अधिकारियों का कहना है कि अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों ने नाले के पास अतिक्रमण कर रखा था। अब तक अवैध तरीके से बनाए गए 100 से अधिक मकान और डेयरियों को हटाया गया है।
अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई करने के बाद बिजली-पानी के कनेक्शन काट दिए गए हैं। इस दौरान स्थिति को नियंत्रित करने के लिए दिल्ली पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स के सिपाही गश्त लगाते रहे।
दरअसल, दिल्ली हाई कोर्ट ने 28 अप्रैल को डीडीए प्रशासन को दक्षिणी पूर्वी दिल्ली के तैमूर नगर नाले के आसपास अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए थे। स्थानीय निवासियों ने इस नाले में लगातार गंदगी जमा होने और उसकी ठीक तरीके सफाई न होने के खिलाफ शिकायतें दर्ज की थीं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, तैमूर नगर नाले में बारिश के दौरान काफी दिक्कतें होती हैं। ऐसे में विशेषज्ञ अतिक्रमण हटाने के लिए लगातार कार्य करने की आवश्यकता पर जोर दे रहे हैं। उनका कहना है कि नाले में लगातार डाले जा रहे कूड़े को रोकने के लिए निगम और अन्य विभागों के अधिकारी कड़े कदम उठाएं। नाले की लगातार सफाई के लिए नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की जाए। पानी और सीवर मिलकर नाले के प्रवाह को जाम कर देते हैं। इसलिए नाले के संरचनात्मक ढांचे में बदलाव किया जाए।
हिंदुस्तान की रिपोर्ट के मुताबिक, डीडीए प्रशासन की कार्रवाई के खिलाफ स्थानीय निवासियों ने हाई कोर्ट जाने की बात कही है। उनका कहना है कि यह जमीन किसानों की है। उनके दादा, परदादा, समेत पुरानी पीढ़ी करीब दो सौ वर्षों से यहां रहती आई है। करीब 45 वर्ष पहले उन्होंने यहां पक्के मकान बनाए।
बारिश में घरों तक आ जाता है पानी
बताया जा रहा है कि नाले के आसपास रहने वालों को मानसून में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। बारिश के समय कुछ ही घंटों में नाले का पानी घरों में जमा हो जाता है। तैमूर नगर में अवैध निर्माण और गंदगी के कारण नाले का पानी बाहर आ जाता है और इलाके में जलभराव की स्थिति बन जाती है।
नाले के पास तैमूर नगर गांव, झुग्गी बस्तियां, श्रीनिवासपुरी, गढ़ी, कालिंदी, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी और फ्रेंड्स कॉलोनी वेस्ट जैसे क्षेत्र आते हैं। यहां करीब तीन लाख से अधिक लोग रहते हैं।
टिप्पणियाँ