छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में स्थित गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रोफेसर दिलीप झा को पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। उन पर आरोप है कि उन्होंने एनएसएस के शिविर के दौरान गैर-मुस्लिम छात्रों को जबरन नमाज पढ़ने के लिए मजबूर किया।
यह घटना 31 मार्च 2024 की है। कोटा थाना क्षेत्र के शिवतराई गांव में एक एनएसएस शिविर आयोजित किया गया था, जिसमें कुल 159 छात्र शामिल हुए थे। आरोप है कि इन छात्रों में से सिर्फ 4 छात्र मुस्लिम थे। केवल 4 छात्र मुस्लिम थे, फिर भी सभी छात्रों को नमाज़ अदा करने के लिए मजबूर किया गया। यह शिविर 26 मार्च से 1 अप्रैल तक आयोजित किया गया था।
छात्रों ने विश्वविद्यालय लौटने के बाद इस घटना पर विरोध दर्ज कराया। इसके बाद हिंदू संगठनों ने भी इस घटना की निंदा करते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। छात्रों की शिकायत के आधार पर 26 अप्रैल को प्रोफेसर झा, छह अन्य संकाय सदस्यों और एक छात्र सहित कुल आठ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।
पुलिस अधीक्षक रजनीश सिंह ने जांच के लिए चार सदस्यीय कमेटी गठित की, जिसकी अगुवाई कोतवाली एसपी अक्षय सबदरा ने की। जांच में आरोपों की पुष्टि के बाद प्रोफेसर दिलीप झा को गिरफ्तार किया गया। डीएसपी रश्मीत कौर चावला ने बताया कि मामला भारतीय दंड संहिता और छत्तीसगढ़ धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम की धाराओं के तहत दर्ज किया गया है। अन्य आरोपियों की जांच अब भी जारी है।
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