कोविड का सच
July 10, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

कोविड का सच

ट्रंप प्रशासन ने बदली कोरोना वायरस ‘लीक थ्योरी’। व्हाइट हाउस की वेबसाइट पर इसे लेकर नए सिरे से एक पेज प्रकाशित की गई है। इसमें पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन और डाॅ. एंथनी फाैसी पर कोरोना वायरस की उत्पत्ति को दबाने का आरोप

by डॉ. राजेंद्र ऐरन
May 1, 2025, 02:36 pm IST
in विश्व
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

व्हाइट हाउस की वेबसाइट पर नए सिरे से कोविड-19 लैब-लीक थ्योरी पर एक पूरा पेज प्रकाशित किया गया है। इसमें अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन और डॉ. एंथनी फौसी पर कोरोना वायरस की उत्पत्ति को दबाने का आरोप लगाया गया है। इसमें कहा गया है कि SARS-CoV-2 चीन के वुहान से निकला है। ‘लैब लीक’ शीर्षक से प्रकाशित रिपोर्ट और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की एक तस्वीर ने इस मसले को फिर से अंतरराष्ट्रीय विमर्श में ला दिया है।

डॉ. राजेंद्र एरेन
चिकित्सक

अब तक कोविड-19 को लेकर दो सिद्धांत सामने आए थे-पहला, वुहान के ‘वेट मार्केट’ से चमगादड़ों के माध्यम से कोरोना वायरस मनुष्यों में फैला और दूसरा, वायरस वुहान की वायरोलॉजी लैब से लीक हुआ। इस नए खुलासे ने दूसरे सिद्धांत को अत्यधिक प्रमाणित किया है। यह रिपोर्ट अमेरिकी कांग्रेस की 118वीं सेलेक्ट सब-कमेटी ऑन द कोरोना वायरस पैंडेमिक, जिसकी अध्यक्षता सांसद ब्रैड वेनस्ट्रप कर रहे हैं, द्वारा तैयार की गई है। उन्होंने इसे अपने जीवन का ‘अब तक का सबसे महत्वपूर्ण कार्य’ बताया है।

जांच में सामने आए 5 प्रमुख तथ्य

कोरोना वायरस में ऐसी जैविक विशेषताएं पाई गईं, जो स्वाभाविक वायरस में नहीं होतीं। एकल बिंदु उद्गम-आंकड़ों से स्पष्ट है कि वायरस मानवों में एक ही स्रोत से फैला, न कि कई बार ‘स्पिलओवर’ की तरह। वुहान की वायरोलॉजी लैब में गेन ऑफ फंक्शन यानी जी.ओ.एफ. शोध का इतिहास रहा है, जो जैव सुरक्षा के मानकों के अनुरूप नहीं था। डब्ल्यू. आई. वी. के कुछ शोधकर्ता शरद ऋ तु में ही कोविड जैसे लक्षणों से ग्रस्त थे। यदि वायरस की उत्पत्ति स्वाभाविक होती, तो अब तक उसका ठोस वैज्ञानिक प्रमाण मिल गया होता।

आरोपों की शृंखला

  • जी.ओ.एफ. शोध की लापरवाही – रिपोर्ट के अनुसार कोविड-19 संभवतः एक प्रयोगशाला दुर्घटना का परिणाम है।
  • इकोहेल्थ एलायंस की भूमिका – डॉ. पीटर दासज़क के नेतृत्व वाली संस्था ने एन. आई.एच. अनुदान शर्तों का उल्लंघन कर चीन में जी.ओ.एफ. अनुसंधान को बढ़ावा दिया।
  •  एन.आई.एच. की विफलताएं – राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान (एनआईएच) की निगरानी प्रणाली विफल रही, जिससे जन स्वास्थ्य और राष्ट्रीय सुरक्षा, दोनों को खतरा पैदा हुआ।
  • डॉ. डेविड मोरेंस और डॉ. फौसी की भूमिका – जान-बूझकर दस्तावेजों को नष्ट करने, जानकारी छुपाने और कांग्रेस से झूठ बोलने के आरोप सामने आए हैं।
  • डब्ल्यू.एच.ओ. की लाचारी – रिपोर्ट में डब्ल्यू. एच.ओ. पर चीन के दबाव में काम करने और महामारी के शुरुआती चरणों में निष्क्रियता का गंभीर आरोप।

नीति और समाज पर प्रभाव

  • मास्क और सामाजिक दूरी-वैज्ञानिक प्रमाणों की कमी के बावजूद लागू की गई नीतियां अव्यावहारिक साबित हुईं।
  • लॉकडाउन का प्रभाव-लंबे लॉकडाउन ने न केवल अर्थव्यवस्था को, बल्कि आम नागरिकों की मानसिक और शारीरिक स्थिति को भी गहरे स्तर पर प्रभावित किया।
  • न्यूयॉर्क की विफलताएं-पूर्व गवर्नर एंड्रयू कुओमो द्वारा नर्सिंग होम में पॉजिटिव मरीजों को भेजने के आदेश को एक ‘चिकित्सा अपराध’ की तरह देखा गया है।

मीडिया और सेंसरशिप का सवाल

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अमेरिकी प्रशासन ने महामारी के दौरान सोशल मीडिया कंपनियों के साथ मिलकर असहमति के स्वरों को दबाया और सचाई को छुपाने की कोशिश की। यह रिपोर्ट कोविड-19 महामारी से जुड़े कई अनुत्तरित सवालों के जवाब लेकर आई है। इसमें न केवल महामारी की उत्पत्ति पर प्रकाश डाला गया है, बल्कि उन नीतिगत विफलताओं को भी उजागर किया गया है, जो विश्व स्तर पर करोड़ों लोगों के जीवन को प्रभावित कर चुकी हैं। जब तक महामारी से जुड़ी सारी सचाइयां सामने नहीं आतीं, तब तक मानवता का विश्वास बहाल नहीं हो सकता। यह समय है समस्त वैश्विक नेतृत्व निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ भविष्य की तैयारी करे, ताकि अगली बार दुनिया इतने बड़े संकट में न फंसे।

Topics: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंपनीति और समाजमीडिया और सेंसरशिपकोविड-19 महामारीजो बाइडेनपाञ्चजन्य विशेष
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

न्यूयार्क के मेयर पद के इस्लामवादी उम्मीदवार जोहरान ममदानी

मजहबी ममदानी

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

यत्र-तत्र-सर्वत्र राम

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद

राष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस: छात्र निर्माण से राष्ट्र निर्माण का ध्येय यात्री अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद

India democracy dtrong Pew research

राहुल, खरगे जैसे तमाम नेताओं को जवाब है ये ‘प्‍यू’ का शोध, भारत में मजबूत है “लोकतंत्र”

कृषि कार्य में ड्रोन का इस्तेमाल करता एक किसान

समर्थ किसान, सशक्त देश

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

केजरीवाल, भगवंत मान व आप अध्यक्ष अमन अरोड़ा के खिलाफ वीडियो से छेड़छाड़ की शिकायत

UP Operation Anti conversion

उत्तर प्रदेश में अवैध धर्मांतरण के खिलाफ सख्त कार्रवाई: 8 वर्षों में 16 आरोपियों को सजा

Uttarakhand Amit Shah

उत्तराखंड: अमित शाह के दौरे के साथ 1 लाख करोड़ की ग्राउंडिंग सेरेमनी, औद्योगिक प्रगति को नई दिशा

Shubman Gill

England vs India series 2025: शुभमन गिल की कप्तानी में भारत ने इंग्लैंड को झुकाया

मुंबई: ‘सिंदूर ब्रिज’ का हुआ उद्घाटन, ट्रैफिक जाम से मिलेगी बड़ी राहत

ब्रिटेन में मुस्लिमों के लिए वेबसाइट, पुरुषों के लिए चार निकाह की वकालत, वर्जिन बीवी की मांग

Haridwar Guru Purnima

उत्तराखंड: गुरु पूर्णिमा पर लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई पावन गंगा में आस्था की डुबकी

Uttarakhand Illegal Majars

हरिद्वार में 10 बीघा सरकारी जमीन पर बना दी अवैध मजार, हिंदू संगठनों में रोष, जांच के आदेश

Supreme court OBC reservation

केरल की निमिषा प्रिया को यमन में फांसी पर सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई, केंद्र से जवाब तलब

इंदिरा गांधी ने आपातकाल में की थी क्रूरता, संजय गांधी ने जबरन कराई थी नसबंदी: शशि थरूर

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies