पहलगांव में आतंकी हमले के बाद पंजाब के सीमावर्ती इलाकों में भारी तनाव देखने को मिल रहा है। तनाव केवल सुरक्षा को लेकर ही नहीं बल्कि खेतों में सोने की तरह लहलहा रही गेहूं की फसल को लेकर भी है, जिस पर कई तरह की आशंकाएं घिर आई हैं। विशेषकर तनाव उन किसानों में अधिक देखने को मिल रहा है जिनके खेत कंटीली तार के उस पार है।
ज्ञातव्य हो कि भारत-पाक सीमा पर लगी कंटीली तार भारतीय क्षेत्र में लगी है। तार के उस पार व शून्य रेखा के बीच बड़ी मात्रा में भारतीय किसानों के खेत हैं जहां सीमा सुरक्षा बलों की देखरेख में नियमित खेती की जाती है। सीमा पर तनाव होने के कारण तारपार इलाके के साथ-साथ सीमा से सटे गांवों में भी इस बात की चिंता व्यक्त की जाने लगी है कि उनकी फसल का क्या होगा।
आज सीमा पर प्रशासन की ओर से गुरुद्वारों में घोषणा करवाई जा रही है कि किसान दो दिनों के भीतर गेहूं की फसल काट लें। इस घोषणा के बाद किसानों को आशंका होने लगी है कि जरूर सीमा पर कुछ बड़ी अनहोनी होने जा रही है।
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