‘राष्ट्रीय चेतना का प्रतिबिंब है अहिल्याबाई का जीवन’
July 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम संघ

‘राष्ट्रीय चेतना का प्रतिबिंब है अहिल्याबाई का जीवन’

दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज कॉलेज के प्रांगण में पुण्यश्लोका अहिल्याबाई होल्कर पर एक गोष्ठी आयोजित

by WEB DESK
Apr 25, 2025, 12:51 pm IST
in संघ, दिल्ली
गोष्ठी के उद्घाटन के अवसर पर सांसद बांसुरी स्वराज और अन्य अतिथि

गोष्ठी के उद्घाटन के अवसर पर सांसद बांसुरी स्वराज और अन्य अतिथि

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

गत अप्रैल को दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज कॉलेज के प्रांगण में पुण्यश्लोका अहिल्याबाई होल्कर पर एक गोष्ठी आयोजित हुई। राष्ट्र सेविका समिति, मेधाविनी सिंधु सर्जन (दिल्ली प्रांत) और ‘शरण्या’ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस संगोष्ठी में देश भर से आए लगभग 150 प्रतिभागियों ने ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से अपने शोधपत्र प्रस्तुत किए।

इन प्रस्तुतियों में अहिल्याबाई के सामाजिक न्याय, महिला सशक्तिकरण, मंदिर निर्माण, धार्मिक सहिष्णुता और प्रशासनिक कुशलता जैसे विषयों पर गहन विचार-विमर्श किया गया। संगोष्ठी का उद्देश्य अहिल्याबाई होलकर के बहुआयामी व्यक्तित्व और उनके युगांतकारी कार्यों की समकालीन प्रासंगिकता को उजागर करना था।

मुख्य वक्ता प्रो. सुषमा यादव (कुलपति, हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय) ने अहिल्याबाई होल्कर के प्रशासनिक कौशल और उनकी न्यायप्रियता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनका शासन भारतीय इतिहास में सुशासन का उत्कृष्ट उदाहरण है। प्रदीप अग्रवाल (संस्थापक अध्यक्ष, ग्लोबल सिग्नेचर) ने कहा की अहिल्याबाई का शासन इसलिए विशिष्ट था, क्योंकि वह ‘सबका साथ, सबका विकास की नीति’ पर चलता था।

संगोष्ठी की अध्यक्ष और सांसद बांसुरी स्वराज ने कहा राष्ट्रीय चेतना का जीवित प्रतिबिंब है अहिल्याबाई होल्कर का जीवन। राष्ट्र सेविका समिति की प्रांत प्रचारिका विजया शर्मा, प्रांत कार्यवाहिका सुनीता भाटिया, आशा शर्मा, राधा मेहता, प्रांत संयोजिका चारु कालरा आदि का भी मार्गदर्शन मिला।
इस दौरान अहिल्याबाई के जीवन के महत्वपूर्ण पड़ावों को चित्रों के माध्यम से देखना एक सुखद अनुभव रहा।

Topics: हंसराज कॉलेजमहिला सशक्तिकरणराष्ट्र सेविका समितिअहिल्याबाई होल्कर
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ @100 : सांस्कृतिक पुनर्जागरण का नूतन पर्व

चौक के लोकार्पण के बाद सभा को संबोधित करते हुए वासुदेव देवनानी

शहीद हेमू कालाणी चौक लोकार्पित

Ahilyabai Holkar janm trishtabdi

पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होल्कर: वीरता और धर्म की अमर गाथा

UCC से उत्तराखंड में महिला सशक्तिकरण की नई शुरुआत : CM धामी

मुस्लिम महिलाओं को मिलेगा न्याय और सम्मान : वक्फ संशोधन बिल का राष्ट्र सेविका समिति ने किया स्वागत

बीबीपुर से उठी हुंकार, “ बेटी हूं बेटी बोलो “

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

लालू प्रसाद यादव

चारा घोटाला: लालू यादव को झारखंड हाईकोर्ट से बड़ा झटका, सजा बढ़ाने की सीबीआई याचिका स्वीकार

कन्वर्जन कराकर इस्लामिक संगठनों में पैठ बना रहा था ‘मौलाना छांगुर’

­जमालुद्दीन ऊर्फ मौलाना छांगुर जैसी ‘जिहादी’ मानसिकता राष्ट्र के लिए खतरनाक

“एक आंदोलन जो छात्र नहीं, राष्ट्र निर्माण करता है”

‘उदयपुर फाइल्स’ पर रोक से सुप्रीम कोर्ट का इंकार, हाईकोर्ट ने दिया ‘स्पेशल स्क्रीनिंग’ का आदेश

उत्तराखंड में बुजुर्गों को मिलेगा न्याय और सम्मान, सीएम धामी ने सभी DM को कहा- ‘तुरंत करें समस्याओं का समाधान’

दलाई लामा की उत्तराधिकार योजना और इसका भारत पर प्रभाव

उत्तराखंड : सील पड़े स्लाटर हाउस को खोलने के लिए प्रशासन पर दबाव

पंजाब में ISI-रिंदा की आतंकी साजिश नाकाम, बॉर्डर से दो AK-47 राइफलें व ग्रेनेड बरामद

बस्तर में पहली बार इतनी संख्या में लोगों ने घर वापसी की है।

जानिए क्यों है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का गुरु ‘भगवा ध्वज’

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies