पंजाब की सीमा पर हुई इस घटना ने ग्रुप कैप्टन अभिनन्दन की याद दिलवा दी है जो पाकिस्तान के कब्जे में आ गए थे और भारत ने अपनी कूटनीति व शौर्य के बल पर उसे छुड़वाया था। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। भारत ने पाकिस्तान पर कई प्रतिबंध लगा दिए हैं।
वहीं भारत-पाक सीमा से एक भारतीय जवान बॉर्डर पार कर पाकिस्तान सीमा में पहुंच गया। घटना फिरोजपुर स्थित भारत-पाक सीमा की है। फिरोजपुर में बुधवार की शाम को भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गलती से जीरो लाइन पार करने वाले सीमा सुरक्षा बल के जवान को पाकिस्तानी रेंजर्स ने हिरासत में लिया। जवान कंटीली तार के दूसरी तरफ नो मैंस लैंड में फसल काट रहे किसानों की निगरानी कर रहा था।
ज्ञात रहे कि शून्य रेखा से पहले इस सीमांत क्षेत्र में किसानों को विशेष परमिट के साथ खेती करने की इजाजत दी जाती है। फसल बोने और काटने के दौरान बीएसएफ के जवान उनके साथ तैनात रहते हैं। इन्हें किसान गार्ड भी कहा जाता है। कंटीली तार जीरो लाइन से काफी पहले है। जीरो लाइन पर सिर्फ पिलर लगे हैं। पाकिस्तान ने अपनी तरफ कंटीली तार नहीं लगाई है। इस कारण गर्मी के कारण जवान पेड़ की छांव में बैठने के लिए गलती से जीरो लाइन पार कर पाकिस्तानी सीमा में चला गया।
इतने में पाकिस्तानी रेंजर्स बीएसएफ की चेक पोस्ट जल्लोके पर पहुंच गए और उन्होंने बीएसएफ जवान को हिरासत में लेकर उसके हथियार कब्जे में ले लिए। सूचना मिलते ही बीएसएफ के अधिकारी बॉर्डर पर पहुंचे। जवान को छुड़वाने के लिए पाकिस्तानी रेंजर्स और बीएसएफ के अधिकारियों के बीच बॉर्डर पर रात तक फ्लैग मीटिंग जा रही है।
सूत्रों के अनुसार श्रीनगर से बीएसएफ की बटालियन-24 ममदोट में शिफ्ट हुई है। बुधवार सुबह किसान कंबाइन लेकर फेंसिंग पर लगे गेट नंबर-208/1 के रास्ते खेत से गेहूं काटने गए। किसानों की निगरानी के लिए दो बीएसएफ जवान भी उनके साथ गए थे।
अटारी बॉर्डर पर लगी पाकिस्तान लौटने वालों की भीड़
पहलगाम हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता वाली सुरक्षा संबंधी कैबिनेट समिति ने पाकिस्तान पर कई प्रतिबंध लगा दिए हैं। पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए हैं। इसमें सार्क वीजा छूट योजना को निलंबित कर दिया गया है। इसके बाद भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे में देश छोडऩा है। इसी के चलते पाकिस्तानी नागरिक अपने देश लौटने के लिए अटारी-वाघा सीमा पर पहुंचे। पहलगाम आतंकी हमले के मद्देनजर प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया।
रेड अलर्ट पर पंजाब
पहलगाम आतंकी घटना के बाद भारत सरकार ने बॉर्डर को पूरी तरह बंद करने के आदेश दिए हैं। इसके बाद बॉर्डर को आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया है। हालांकि, रिट्रीट सेरेमनी होती रहेगी। वहीं बॉर्डर बंद होने से अब भारत और अफगानिस्तान के साथ होने वाला व्यापार भी प्रभावित हो जाएगा। भारत ने पहले ही अटारी-वाघा बॉर्डर के माध्यम से पाकिस्तान के साथ व्यापार बंद किया हुआ है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद पंजाब से सटी भारत-पाकिस्तान की 553 किलोमीटर लंबी सीमा पर सीमा सुरक्षा बल और पुलिस ने चौकसी बढ़ा दी है।
सीमावर्ती इलाकों में घूम रहे अनजान लोगों से पूछताछ की जा रही है। जगह-जगह नाके लगाकर चेकिंग की जा रही है। पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, तरनतारन, फिरोजपुर और फाजिल्का जिलों में बीएसएफ, सेना और पंजाब पुलिस ने तीन स्तरीय संयुक्त अभियान शुरू किया है। प्रदेश के सीमावर्ती इलाकों में गश्त बढ़ा दी गई है।
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